नया मकान बनाने जा रहे है तो इन बातों का रखे ख्याल

Update: 2023-04-07 18:12 GMT
यदि आप नया मकान बनाने जा रहा हैं या नया घर खरीदने का सोच रहे हैं तो वास्तु और ज्योतिष के अनुसार कुछ टिप्स को ध्यान में रखेंगे तो नए मकान में खुशियों के साथ रहेंगे। आओ जानते हैं खास  महत्वपूर्ण बातें।
1. यदि आपका प्लाट वर्गाकार है, तब उसमें आगे की जगह छोड़ते हुए पीछे की तरफ मकान बनाना चाहिए। यदि आपका प्लाट आयताकार है, तब उसमें मकान आगे ही बनाना चाहिए। यदि आपका टेपरिंग प्लाट है, तब भी उसमें आयताकार प्लॉंट की तरह ही मकान बनाएं तथा बिलकुल पीछे दोनों कोनों पर एक-एक तेज लाइट लगाएं। यदि आपके मकान के पीछे पहाड़ी, बड़ा पेड़, बड़ी इमारत आदि है तो उत्तम। यह आपको सुरक्षा प्रदान करती है।
2. मुख्य दरवाजे की तरफ सीढ़ियां नहीं होनी चाहिए। आपका ड्रॉइंग रूम सदैव उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। साथ ही फर्नीचर दक्षिणी और पश्चिमी दीवार के साथ लगाकर रखें। इसका यह अर्थ हुआ कि आप उत्तर और पूर्व की दिशा की ओर मुंह कर बैठेंगे, जो स्वस्‍थ दिमाग के लिए काफी कारगर है।
3. लाल किताब के अनुसार कभी भी दक्षिणमुखी मकान नहीं लेना चाहिए। ले लिया है तो फिर दक्षिण के द्वार को बदल कर उत्तर या पूर्व में कर देंगे तो तुरंत लाभ मिलेगा।
4. कई लोग यह मानते हैं कि गोमुखी मकान अच्छा होता है और शेरमुखी अशुभ। यह भी कहते हैं कि शेरमुखी दुकान अच्छी होती है परंतु हम यहां कहना चाहेंगे कि यदि गोमुखी मकान ले रहे या बना रहे हैं तो मकान के मालिक अपनी कुंडली की जांच जरूर करा लें क्योंकि हो सकता हो कि आपके लिए गोमुखी मकान अच्छा नहीं हो।
5. मकान के दाहिने, बाएं या पीछे कोई गली हो, तो उसे बंद नहीं करना चाहिए। वहां खेती या बागबानी भी नहीं करना चाहिए। गली में किसी भी प्रकार का अवरोध डालने से संतान के भविष्य पर बुरा असर पड़ता है। यदि कोई गली किसी कारण बंद करनी ही पड़े, तो प्रति वर्ष 5 किलो साबुत उड़द को जलधारा में बहाना चाहिए।
6. लाल किताब अनुसार, नुक्कड़ या तीन तरफ से खुला मकान भी ठीक नहीं होता है। ऐसे मकान में रहने वालों को धनहानी, परिवार में वैमनस्य, क्लेश और बिगड़ैल औलाद के कारण दुखी होना पड़ता है।
7. लाल किताब के अनुसार शौचालय में राहु का वास रहता है अत: इसे वास्तु अनुसार बनाकर साफ सुथरा रखना चाहिए। शौचालय और बाथरूम दोनों एकसाथ नहीं होना चाहिए।
8. सीढ़ियों पर भी राहु का वास होता है। सीढ़ियां अगर सही दिशा में बनी हों, तो इस पर चढ़ने उतरने वाले दिन-रात प्रगति करते हैं। सीढ़ियों का प्रत्येक पायदान बराबर होना चाहिए और सीढ़ियां हमेशा विषम संख्या में हों।
9. तीन तरह के मकान अच्छे नहीं होते शनि, राहु और केतु वाले मकान नहीं लेना चाहिए। अर्थात जिस मकान के आसपास कीकर, आम और खजूर के वृक्ष हो, मकान के भीतर तलघर हो, पीछे की दीवार कच्ची हो तो यह मकान खराब शनि का माना जाएगा। दूसरा कोई मकान सुनसान इलाके में हो, भीतर से डरावना लगता हो या घर के आसपास मांस या शराब की दुकान हो और जिसके आसपास बबूल और कैक्टस जैसे झाड़ या पौधे लगे हो वह खराब राहु का मकान होता है।
10. इसी तरह कोने के मकान केतु का होता है। यह अच्छा भी हो सकता है और खराब भी। यदि तीन तरफ मकान एक तरफ खुला या तीन तरफ खुला हुआ और एक तरफ कोई साथी मकान या खुद उस मकान में तीन तरफ खुला होगा तो यह केतु का मकान होगा। केतु के मकान में नर संतानें लड़के चाहे पोते हों लेकिन कुल तीन ही होंगे। इस मकान में बच्चों से संबंधित, खिड़कियां, दरवाजे, बुरी हवा, अचानक धोखा होने का खतरा रहता है। हो सकता है कि मकान के आसपास इमली का वृक्ष, तिल के पौधे या केले का वृक्ष हो।
11. जन्मपत्रिका के भाव 3 में केतु हो तो जातक को दक्षिणामुखी घर में नहीं रहना चाहिए। रहेगा तो बर्बाद हो जाएगा।
12. एक बार भवन निर्माण शुरू हो जाए तो उसे बीच में न रोकें। अन्यथा अधूरे मकान में राहु का वास हो जाएगा।
13. जिनका घर राहु का घर है वह अंदर से बहुत ही भयानक अहसास वाला होता है। कई दिनों से खाली पड़ा डरावना-सा मकान भी राहु के असर वाला घर हो सकता है।
14. शनि यदि अष्टमभाव में हो तो खुद का मकान बनाने की सोचने से पहले अपनी कुंडली की जांच करा लें अन्यथा मुसीबत में फंस जाएंगे।
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