सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। करियर और कारोबार से लेकर गृह निर्माण और प्रवेश के समय तक वास्तु नियमों का पालन किया जाता है। अगर वास्तु नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो घर में धन की कमी होने लगती है। साथ ही आमदनी कम होने लगती है और खर्च बढ़ने लगता है। अगर आप भी आर्थिक तंगी से परेशान हैं, तो इसका एक कारण वास्तु दोष हो सकता है। वास्तु दोषों को दूर करने के लिए इन उपायों को जरूर करें। आइए जानते हैं-
-वास्तु शास्त्र की मानें तो घर में नल और टंकियों को खुला रखना या उनसे अनावश्यक पानी बहना अशुभ होता है। ऐसे घरों में वास्तु दोष लगता है। इस वजह से घर में बरकत नहीं होती है। साथ ही खर्च भी बढ़ जाता है। इसके लिए घर में अनावश्यक नल से पानी न बहने दें।
-वास्तु जानकारों का कहना है कि दरवाजे और खिड़कियों को रोजाना साफ करें। घर में दरवाजे और खिड़कियों से धन आने का सीधा संबंध होता है। इसके लिए दरवाजे और खिड़कियों का साफ रहना बहुत जरूरी है।
-दक्षिण दिशा में पूजा गृह होने से भी आर्थिक परेशानी आती है। अगर आपके घर में दक्षिण दीवार पर मंदिर बना है, तो बदलने की आवश्यकता है। पूजा के लिए आवश्यक दिशा ईशान कोण है। आसान शब्दों में कहें तो उत्तर और पूर्व दिशा में ही पूजा घर बनाएं।
-अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं और निजात पाना चाहते हैं, तो ईशान कोण की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। आसान शब्दों में कहें तो ईशान कोण को साफ कर रखें।
-वास्तु शास्त्र में निहित है कि घर की उत्तर या पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से वास्तु दोष दूर होता है। साथ ही आर्थिक समस्या भी दूर होती है।