धर्म अध्यात्म: मध्य प्रदेश के खंडवा में स्थित राम गंज में भगवान शिव का हजारों वर्ष पुराना प्राचीन मंदिर है. यह मंदिर पंचमुखी पशुपति महादेव के नाम से प्रसिद्ध है. इस मंदिर में दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में भक्तजन आते हैं और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं. मान्यता है कि यहां पर जो भी भक्त भगवान शिव के दर्शन कर लेता है, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है.
मंदिर से जुड़ी धार्मिक मान्यताओं के बारे में पुजारी आदित्य व्यास बताते हैं कि महादेव का यह दिव्य शिवलिंग पंचमुख में विराजमान पंचतत्व में विलीन खंडवा शहर के मुख्य बाजार में स्थित पशुपति महादेव के रूप में स्थापित है. जिसका इतिहास रामायण काल से जुड़ा है. धार्मिक मान्यता है कि मर्यादा पुरषोत्तम प्रभु श्रीराम ने वनवास के दौरान अपने आराध्य देव पशुपति महादेव की पूजा अर्चना कर विशेष फल की प्राप्ति की थी. उसी के फल स्वरूप आज अगर कोई भी भक्त भगवान पशुपति महादेव का व्रत करता है तो उसकी हर मनोकामनाए पूर्ण होती है.
सोमवार को उमड़ती है भक्तों की भीड़
पंडित आदित्य व्यास बताते हैं कि सावन माह के दो सोमवार शेष हैं. प्रत्येक सोमवार भगवान पंचमुखी पशुपति महादेव का पंचामृत से रुद्राभिषेक किया जाता है और आकर्षक श्रृंगार से भोले बाबा को सजाया जाता है. वहीं सुबह से ही शिवभक्त भगवान महादेव के दर्शन हेतु मंदिर पहुंच जाते हैं.