शिव योग में पड़ रही है गणेश जयंती जानें गणेश जयंती का महत्व और पूजा विधि
बुधवार के दिन खास तौर पर श्रीगणेश की पूजा-अर्चना करने का विधान है,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म (Hindusim) में माघ के महीने (Magha Month) का विशेष महत्व है. पुराणों में माघ के महीने को मोक्ष का महीना माना गया है. ऐसा माना जाता है कि इस महीने में गंगा-यमुना आदि पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है. माघ के दौरान भगवान गणेश को समर्पित दो बहुत महत्वपूर्ण उपवास रखे जाते हैं. एक सकट चौथ (Sakat Chauth 2022) है और दूसरा गणेश जयंती है, जो मुख्य रूप से भारत के उत्तरी राज्यों में मनाई जाती है. सकट चौथ का व्रत सभी दुखों और परेशानियों को दूर करने के लिए मनाया जाता है, जबकि गणेश जयंती (Ganesh Jayanti 2022) को भगवान गणेश के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विघ्नहर्ता श्री गणेश (lord Ganesha) का जन्म माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था, जिसे अब गणेश जयंती के रूप में मनाया जाता है. कहा जाता है कि इस दिन व्रत करने और भगवान गणेश की जन्म कथा को सुनने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.