सनातन धर्म में एकादशी की तिथि को बेहद ही पुण्यदायी माना गया हैं क्योंकि ये तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को बेहद प्रिय है और एकादशी का व्रत श्री हरि विष्णु की पूजा को समर्पित होता हैं। एकादशी का व्रत हर महीने आता है ऐसे में साल में कुल 24 एकादशी का व्रत रखा जाता हैं लेकिन इन सभी में सबसे अधिक कठिन और श्रेष्ठ निर्जला एकादशी का व्रत हो जाता हैं जिसे भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता हैं।
मान्यता है कि निर्जला एकादशी के दिन उपवास रखते हुए अन्न और जल का त्याग करना होता हैं इस दिन व्रत पूजन करने वालो को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती हैं इस बार निर्जला एकादशी का व्रत 31 मई को रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करना उत्तम होता हैं। इस दिन पूजा पाठ के साथ कुछ विशेष उपायों व टोटको को अगर किया जाए तो सभी परेशानियों व कष्टों से मुक्ति मिल जाती हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख पर निर्जला एकादशी के दिन किए जाने वाले तुलसी से जुड़े आसान और अचूक टोटके बता रहे हैं, तो आइए जानते हैं।
एकादशी पर करें ये उपाय—
एकादशी के दिन भगवान विष्णु के संग माता तुलसी की विधिवत पूजा करें और आरती करें। मान्यता है कि ऐसा करने से साधक के सभी पापों का नाश हो जाता हैं और सुख में वृद्धि होती हैं वही इसके अलावा निर्जला एकादशी के दिन तुलसी की पूजा में एक दीपक जरूर जलाएं और विष्णु मंत्र का जाप करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से घर परिवार में सदा सुख शांति बनी रहती हैं। अगर आप गृहक्लेश से परेशान है और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो ऐसे में आप निर्जला एकादशी के दिन तुलसी की पूजा के दौरान तुलसी की 11 बार परिक्रमा करें। इस उपाय को करने से घर में होने वाला क्लेश और लड़ाई झगड़ा समाप्त हो जाता हैं साथ ही घर के सदस्यों के रिश्तों में मिठास व मधुरता बनी रहती हैं।
लंबे वक्त से अगर कोई आपकी इच्छा है जो अभी तक पूरी नहीं हुई हैं तो ऐसे में आप एकादशी के दिन श्री हरि की विधिवत पूजा करें पूजा के बाद भोग में तुलसी के पत्ते जरूर डालें। इस उपाय को करने से हर मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं। अगर आपके दांपत्य जीवन में तनाव बना हुआ हैं या फिर पति पत्नी की एक दूसरे से नहीं बनती हैं तो ऐसे में आप निर्जला एकादशी पर मां तुलसी को लाल चुनरी अर्पित करें। ऐसा करने से पति पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है और रिश्ता मजबूत होता हैं। आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोग एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा कर उन्हें गाय के दूध से बनी खीर और तुलसी का भोग अर्पित करें। ऐसा करने से धन वर्षा होने लगती हैं।
एकादशी के दिन भगवान विष्णु के संग माता तुलसी की विधिवत पूजा करें और आरती करें। मान्यता है कि ऐसा करने से साधक के सभी पापों का नाश हो जाता हैं और सुख में वृद्धि होती हैं वही इसके अलावा निर्जला एकादशी के दिन तुलसी की पूजा में एक दीपक जरूर जलाएं और विष्णु मंत्र का जाप करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से घर परिवार में सदा सुख शांति बनी रहती हैं। अगर आप गृहक्लेश से परेशान है और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो ऐसे में आप निर्जला एकादशी के दिन तुलसी की पूजा के दौरान तुलसी की 11 बार परिक्रमा करें। इस उपाय को करने से घर में होने वाला क्लेश और लड़ाई झगड़ा समाप्त हो जाता हैं साथ ही घर के सदस्यों के रिश्तों में मिठास व मधुरता बनी रहती हैं।