पति के अखण्ड सौभाग्य से लिए सुहागिनें आज रखेंगी निर्जला व्रत
श्रावण शुक्ल की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाई जाती है। यह तिथि रविवार को पड़ रही है। हरियाली तीज मुख्यत: नागपंचमी के दो दिन पहले पड़ती है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की अखण्ड सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। महिलाएं सोलह शृंगार कर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करती हैं।
श्रावण शुक्ल की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाई जाती है। यह तिथि रविवार को पड़ रही है। हरियाली तीज मुख्यत: नागपंचमी के दो दिन पहले पड़ती है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की अखण्ड सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। महिलाएं सोलह शृंगार कर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करती हैं। इसे कजरी तीज, हरियाली तीज और मधुश्रवा तीज के नाम से भी जाना जाता है।
ज्योतिषाचार्य पण्डित शक्तिधर त्रिपाठी ने बताया कि रविवार को सूर्योदय के पहले ही तृतीया तिथि शुरू हो जाएगी जो देर रात 2:11 बजे समाप्त होगी। पूजन का विशेष योग शाम 6:20 से रात्रि 8:30 तक है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक है।
वरियान और रवि योग में मनेगी हरियाली तीज
हरियाली तीज वरियान और रवि योग में मनेगी। वरियान योग में कोई भी कार्य शुरू करने में सफलता जरूर मिलती है। यह बेहद शुभ योग है। वहीं रवि योग देर रात्रि 11:58 से शुरू होगा। रवि योग को सूर्य का अभीष्ठ प्राप्त होने से बेहद प्रभावशाली योग माना जाता है।