14 मई को मनाई जाएगी पूरे देश में ईद, भारत में देखा क्रिसेंट मून
ईद सबसे प्रमुख इस्लामी त्योहारों में से एक है जो शव्वाल महीने में मनाया जाता है
ईद सबसे प्रमुख इस्लामी त्योहारों में से एक है जो शव्वाल महीने में मनाया जाता है. इस मौके पर मुसलमान महीने भर के रमजान के रोजे खत्म होने का जश्न मनाते हैं. भारतीय राज्यों केरल, कर्नाटक और जम्मू और कश्मीर ने सऊदी अरब, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और पाकिस्तान के साथ ईद 2021 का त्योहार मनाया. हालांकि, भारत के अन्य हिस्सों में, ये त्योहार 14 मई 2021 को मनाया जाएगा.
त्योहार और इसकी तारीख काफी हद तक चंद्रमा के दिखने पर निर्भर करती है जो अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग देशों में अलग-अलग होती है. भक्त रात में आकाश में स्पॉट किए जाने वाले अर्धचंद्र की प्रतीक्षा करते हैं और फिर त्योहार शुरू करते हैं
सऊदी अरब में शव्वाल महीने के लिए चांद दिखाई देगा, ये तारीख 12 मई, बुधवार थी. इसीलिए आज ईद सऊदी अरब में मनाई जा रही है. हालांकि, अर्धचंद्राकार चांद आज भारत में शाम लगभग 7:15 बजे रमजान के अंत और शव्वाल की शुरुआत को चिह्नित करते हुए देखा गया. इसलिए, ईद-उल-फित्र 14 मई को भारत में मनाया जाएगा.
सऊदी अरब
सऊदी अरब में, अर्धचंद्राकार चांद मंगलवार, 11 मई की शाम को नहीं देखा गया, जो रमजान का 29वां दिन था. इसलिए, महीना 30 दिन लंबा होगा और शव्वाल के लिए चांद बुधवार, 12 मई की शाम को देखा जाएगा. ईद-उल-फित्र 13 मई को सऊदी अरब में मनाया जा रहा है.
भारत
भारत में, ईद एक दिन मनाया जाता है, जब सऊदी अरब में अर्धचंद्राकार चांद देखा जाता है. इस वर्ष अर्धचंद्र को भारत में 7:15 बजे रमजान के अंत में देखा गया था. इसलिए, देश में 14 मई को यानी कल ईद-उल-फित्र मनाई जाएगी.
केरल
केरल में शीर्ष मुस्लिम मौलवियों ने कहा कि ईद 13 मई को मनाई जाएगी क्योंकि केरल राज्य में त्योहार सऊदी समय के साथ मनाया जाता है. इस बीच, COVID-19 के मद्देनजर, सरकार ने त्योहार के लिए भोजन और अन्य आवश्यक चीजें खरीदने के लिए लॉकडाउन में कुछ छूट दी है. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने लोगों से अपील की थी कि वो घर पर त्योहार से संबंधित प्रतिबंधों का पालन करें और प्रार्थना करें.
जम्मू और कश्मीर
जम्मू और कश्मीर राज्य में ईद-उल-फित्र का जश्न शुरू हो गया है क्योंकि 13 मई को त्योहार मनाया जा रहा है.
कोरोना महामारी की वजह से इस बार के इस त्योहार में थोड़ा फीकापन जरूर होगा लेकिन आप परिवार के साथ इस खास पल को सेलिब्रेट कर सकते हैं और सीमित दायरों में अपने करीबियों के साथ इस त्योहार को मना सकते हैं और आपस में खुशियां बांट सकते हैं.