Dwijapriya Sankashti Chaturthi 2025: द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन करें इन मंत्रों का जाप, दूर होंगी सभी बाधाएं
Dwijapriya Sankashti Chaturthi 2025: हिन्दू धर्म में फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सभी विघ्न दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा के साथ कुछ विशेष मंत्रों का जाप करने से विशेष लाभ होता है. इन मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले सभी संकट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है|
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का महत्व-
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन इन मंत्रों का जाप करने से लोगों के सभी प्रकार के विघ्न दूर होते हैं और कार्यों में सफलता मिलती है. साथ ही शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है. इसके अलावा लोगों को धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-शांति आती है. द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा और मंत्र जाप करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले सभी संकट दूर होते हैं और जीवन में आने वाली बाधाएं खत्म होती हैं|
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 15 फरवरी दिन शनिवार को रात 11 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 17 फरवरी दिन सोमवार को तड़के सुबह 02 बजकर 15 मिनट पर खत्म होगी. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का पर्व 16 फरवरी को मनाया जाएगा|
“ॐ गं गणपतये नमः” : यह मंत्र भगवान गणेश का सबसे प्रसिद्ध मंत्र है. इस मंत्र का जाप करने से सभी प्रकार के विघ्न दूर होते हैं और कार्यों में सफलता मिलती है.
“ॐ वक्रतुण्डाय हुं” : यह मंत्र भगवान गणेश का एक शक्तिशाली मंत्र है. इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले सभी संकट दूर होते हैं और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है|\
“ॐ एकदंताय नमः” : यह मंत्र भगवान गणेश का एक सरल मंत्र है. इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है|
“ॐ लंबोदराय नमः” : यह मंत्र भगवान गणेश का एक लोकप्रिय मंत्र है. इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है|
“ॐ विघ्ननाशाय नमः” : यह मंत्र भगवान गणेश का एक शक्तिशाली मंत्र है. इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले सभी विघ्न और बाधाएं दूर होती हैं|