भूलकर भी ना करें इस समय गंगा स्नान, जाने क्यों

Update: 2022-11-07 05:32 GMT

आठ नवंबर को चंद्र ग्रहण के चलते सुबह प्रातः 8: 29 बजे से सूतक आरंभ हो जाएगा। श्रद्धालु प्रातः 8: 29 बजे तक ही गंगा में डुबकी लगा सकते हैं। भारतीय समय के अनुसार चंद्र ग्रहण आठ नवंबरको 14:39 बजे से 18:19 बजे तक रहेगा। विदेशों में यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा जबकि भारत में उत्तर पूर्व दिशा में सर्वप्रथम 4:21 बजे ग्रस्तोदय होगा जो बिहार, बंगाल, उड़ीसा,पूर्वोत्तर भारत में खग्रास और शेष भारत में खंडग्रास के रूप में दिखाई देगा। शाम को चन्द्रमा उदय के समय पर ग्रस्त होता हुआ दिखाई देगा। इस ग्रहण को उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, उत्तरी अटलांटिक सागर , पैसिफिक सागर ,पश्चिमी ब्राजील,पाकिस्तान, पूर्वी रूस, अफगानिस्तान,भूटान, श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड एवं जापान आदि देशों में देखा जा सकेगा। आठ नवंबर को चंद्र ग्रहण का सूतक प्रातः 8:29 बजे से आरंभ हो जाएंगे। सूतकों में बाल, वृद्ध एवं रोगी को छोड़कर अन्य किसी को भोजन और शयन नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को धारदार चाकू छुरी से फल या सब्जी नहीं काटनी चाहिए। सुई से कपड़ा न सिलें। ईश्वर आराधना करते रहें। यद्यपि उदय कालीन पूर्णिमा 8 नवंबर को है। उस दिन चन्द्र ग्रहण भी है।

कार्तिक पूर्णिमा उत्तर भारत में गंगा स्नान पर्व के रूप में मनाया जाता है। लाखों लोग गंगा में स्नान करते हैं किंतु इस बार प्रातः 8: 29 बजे से ग्रहण का सूतक आरंभ होगा और ग्रहण रात्रि 6:19 बजे समाप्त होगा और इसलिए गंगा स्नान के इच्छुक श्रद्धालु प्रातः 8:29 बजे से पहले स्नान कर सकते हैं। इसके बाद शाम को 18:19 बजे ग्रहण के बाद गंगा स्नान कर पुण्य प्राप्त कर सकते हैं। चंद्र ग्रहण आठ नवंबर को दोपहर 2:39 बजे से आरंभ होगा और उस समय मेष राशि और भरणी नक्षत्र पर चंद्रमा का संचरण होगा। मेष, मिथुन, कर्क, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ एवं मीन राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण का फल बहुत शुभ रहेगा। वृषभ और तुला राशियों के लिए चन्द्र का फल मध्यम रहेगा।


Tags:    

Similar News

-->