विजया एकादशी के दिन करें ये उपाय, मिलेगी मनचाही नौकरी और बनी रहेगी सुख-शांति

पंचांग के अनुसार इस साल 27 फरवरी 2022, रविवार को फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी है। इस एकादशी विजया एकादशी कहा जाता है। विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है।

Update: 2022-02-26 02:39 GMT

पंचांग के अनुसार इस साल 27 फरवरी 2022, रविवार को फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी है। इस एकादशी विजया एकादशी कहा जाता है। विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है। विजया एकादशी व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी कार्यों में सफलता मिलती है। साथ ही शत्रुओं पर विजय भी प्राप्त होता है। शास्त्रों में सभी एकादशी व्रत को भगवान विष्णु का समर्पित बताया गया है। विजया एकादशी का व्रत शत्रुओं पर विजय दिलाने वाला माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार स्वयं प्रभु श्रीराम ने रावण से युद्ध करने से पहले विजया एकादशी का व्रत रखा था, इसके बाद उन्होंने लंकापति रावण का वध किया था। किसी कारण से अगर आप इस व्रत को नहीं रख पा रहे हैं, तो इस शुभ दिन में कुछ विशेष उपाय कर सकते हैं। इन उपायों से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाएंगी। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में...

विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पीले फूल, अक्षत, धूप, दीप, गंध, रोली, चंदन, केला, फल, पंचामृत, तुलसी का पत्ता, पान, सुपारी, हल्दी आदि अर्पित करें। साथ ही इस दौरान ओम भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का उच्चारण करते रहें।

अगर आप लंबे समय से अच्छी नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो एकादशी के दिन कलश पर आम का पल्लव रख कर इस पर जौ से भरा पात्र रखें और एक दीपक जलाएं। साथ ही 11 लाल फूल, 11 फल और मिठाई चढ़ाएं। इसके बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी जी की पूजा करें। फिर 'ओम नारायणाय लक्ष्म्यै नमः' मंत्र का जाप करें।

मनचाही नौकरी और सुख शांति के लिए विजया एकादशी के दिन करें ये उपाय

घर में सुख समृद्धि के लिए विजया एकादशी के दिन पूजा करते समय तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल जरूर करें। तुलसी का पत्ता अर्पित करते समय भगवान विष्णु के समक्ष अपने परिवार में सुख समृद्धि की कामना रखें। कहा जाता है कि इससे नारायण बेहद प्रसन्न होते हैं, क्योंकि तुलसी उनकी प्रिय हैं।


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