आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि में न करें ये गलतियां, मां लक्ष्मी हो जाती हैं नाराज

हिंदू धर्म में पूर साल कई व्रत एवं त्योहार पड़ते हैं, जिनमें से कुछ ऐसे भी होते हैं, जो गुप्त भी होते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार साल में चार बार नवरात्रि का पर्व आता है

Update: 2022-07-03 11:42 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म में पूर साल कई व्रत एवं त्योहार पड़ते हैं, जिनमें से कुछ ऐसे भी होते हैं, जो गुप्त भी होते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार साल में चार बार नवरात्रि का पर्व आता है, जिसमें चैत्र और क्वार मास के नवरात्रि के बारे में अधिकतर लोगों को पता होता है. वहीं माघ और आषाढ़ (Ashadha Month 2022) में पड़ने वाले गुप्त नवरात्रि के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होती है. हिंदू धर्म के अनुसार इस समय साल का चौथा महीना आषाढ़ चल रहा है और इसमें पड़ने वाली गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) की शुरुआत 30 जून को हो चुकी है. शास्त्रों के अनुसार इस माह में प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि शुरू होते हैं और इसका समापन दशमी को होता है. इस साल के आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 30 जून को हुई है और इसका समापन 8 जुलाई को होगा.

माना जाता है कि गुप्त नवरात्रि में मां काली समेत त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता व अन्य देवियों की पूजा की जाती है. इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें गुप्त नवरात्रि में भूल से भी दोहराना नहीं चाहिए. इन गलतियों को करने पर मां दुर्गा समेत अन्य देवियां नाराज हो सकती हैं. जानें इनके बारे में…
सार्वजनिक पूजा करना
कुछ लोग देवी मां को प्रसन्न करने के लिए इस दौरान कई प्रयास करते हैं, लेकिन वे एक गलती को करने की भूल भी करते हैं. दरअसल, गुप्त नवरात्रि में गुप्त रूप से पूजा करना का प्रावधान होता है. कहते हैं कि इसी तरीके को अपनाकर फल की प्राप्ति की जा सकती है. गुप्त नवरात्र में भूले से भी की जाने वाली पूजा को सार्वजनिक न करें. खुद के द्वारा की जाने वाली पूजा के बारे में लोगों को बताए भी नहीं. कहते हैं कि ये गलती मां दुर्गा समेत माता लक्ष्मी को भी नाराज कर सकती है और आपको धन की कमी झेलनी पड़ सकती है.
तामसिक भोजन करना
लोग गुप्त नवरात्रि में व्रत न रखें, लेकिन उन्हें पूजा-पाठ से जुड़े सभी प्रावधानों का पालन करना चाहिए. हालांकि कुछ ऐसे भी होते हैं, जो पूजा-पाठ के सभी नियम मानते हैं, लेकिन वे तामसिक भोजन, जिसमें लहसुन, प्याज जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, का सेवन भी करते हैं. नवरात्रि के दौरान पूर्ण रूप से सात्विक भोजन ही खाना चाहिए, क्योंकि ऐसा भोज देवी-देवताओं को अति प्रिय होता है. साथ ही गुप्त नवरात्रि के दौरान अन्र और साधारण नमक को खाने की भूल भी नहीं करनी चाहिए.
सफाई का खयाल
गुप्त नवरात्रि में साफ-सफाई का ध्यान न रखना भी लोगों को भारी पड़ सकता है. माना जाता है कि जिस घर में सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है, वहां माता लक्ष्मी का वास नहीं हो पाता. इतना ही नहीं धन की देवी माता लक्ष्मी ऐसे घर से नाराज भी हो जाती है. उनका क्रोध आपको धन की कमी, हानि और तरक्की में बाधा जैसे हालातों से रूबरू करा सकता है.
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