खरमास में गलती से भी न करें ये काम
खरमास में विवाह जैसे शुभ कार्य वर्जित होते हैं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार खरमास साल में दो बार तब लगता है, जब प्रत्यक्ष दर्शन देने वाले सूर्य देव देवगुरु बृहस्पति की राशि धनु और मीन गोचर करते हैं. पंचांग के अनुसार इस साल खरमास की शुरुआत बुधवार, 15 मार्च 2023 को होगा. इस मास में अशुभ फलों से बचने और शुभ फलों की प्राप्ति के कुछ नियम हैं. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि खरमास (Kharmas 2023) में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए.
खरमास में न करें ये काम
खरमास में विवाह जैसे शुभ कार्य वर्जित होते हैं क्योंकि इस दौरान किए गए विवाह से जीवन में सुख-समृद्धि नहीं आती है और वैवाहिक जीवन परेशानियों से भड़ी रहती है.
खरमास में विवाह के अलावा सगाई, गृहप्रवेश या मुंडन कराने जैसे शुभ कार्य भी नहीं किए जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य के धनु राशि में होने से इस दौरान होने वाले शुभ कार्यों में बाधा आने की संभावना बनी रहती है.
यदि आप कोई नया व्यापार शुरू करने की सोच रहे हैं तो खरमास के दौरान ऐसा न करें क्योंकि लाभ के स्थान पर आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है.
खरमास के दौरान नया घर खरीदने से वास्तु दोष लगता है और इसका असर आपके जीवन पर पड़ता है. इसलिए खरमास में नया घर खरीदने से बचे.
खरमास में करें ये काम
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खरमास में विवाह जैसे कार्य वर्जित होते हैं, लेकिन इस दौरान पूजा करना शुभ माना जाता है. इस मास में भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए.
यदि आप खरमास में सत्यनारायण भगवान की कथा सुनते या पढ़ते हैं तो इसका आपके परिवार पर शुभ प्रभाव पड़ता है.
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति की स्थिति खराब है तो उसे खरमास में पूजा अवश्य करनी चाहिए. इससे ग्रह दोषों का प्रभाव कम होता है.