पितृपक्ष में न करें इनका अनादर

Update: 2023-10-06 15:11 GMT
हिंदू धर्म में साल के 15 दिन पूर्वजों को समर्पित होते हैं जिसे पितृपक्ष या फिर श्राद्ध पक्ष के नाम से जाना जाता है इस बार श्राद्ध पक्ष की शुरुआत 29 सितंबर से हो चुकी है तो वही समापन 14 अक्टूबर को हो जाएगा। इस दौरान लोग अपने मृत परिजनों को याद कर उनका श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करते हैं।
माना जाता है कि ऐसा करने से पूर्वज प्रसन्न होकर सुख समृद्धि और वंशवृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। ज्योतिष अनुसार पितृपक्ष के दिनों में कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है वरना पितर नाराज़ हो जाते हैं जिससे व्यक्ति को अपने जीवन में कष्टों का सामना करना पड़ता है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि पितृपक्ष के दिनों में किन लोगों का अनादर भूलकर भी नहीं करना चाहिए तो आइए जानते हैं।
पितृपक्ष में न करें इनका अनादर—
ज्योतिष अनुसार पितृपक्ष के दिनों में बड़ों का अनादर भूलकर भी नहीं करना चाहिए ऐसा करने से पूर्वज नाराज़ हो जाते हैं जिससे परिवार को दुखों का सामना करना पड़ता है। पितृपक्ष में भूलकर भी बच्चों को डाटना, मारना या महिलाओं का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से पितर नाराज़ हो जाते हैं श्राद्ध का समय बेहद पवित्र माना गया है इस दौरान पितर मुक्ति और शांति की आशा करते हैं ऐसे में उन्हें नाराज नहीं करना चाहिए। इसके अलावा इन 15 दिनों में भूलकर भी अपने पिता का अपमान न करें। वरना पूर्वजों का क्रोध आपको सहना पड़ सकता है।
श्राद्ध पक्ष के दौरान आपके द्वार पर कोई भी आता है तो उसे खाली हाथ नहीं भेजना चाहिए। किसी को भी इस वक्त भूखा ना लौटाएं। साथ ही अतिथियों का आदार सतार जरूर करें। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न हो जाते हैं और उन्नति व सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
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