वजन कम करने के लिए सिर्फ आहार में बदलाव करना ही काफी नहीं

Update: 2022-11-16 05:01 GMT

बढ़ता हुआ वजन या मोटापा मौजूदा समय की गंभीर समस्याओं में से एक है। आंकड़ों के मुताबिक दुनिया की लगभग 13 फीसदी आबादी इस समस्या की शिकार है। अध्ययनों में मोटापे को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बताया गया है। इसके कारण डायबिटीज, हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों का जोखिम काफी बढ़ जाता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी उम्र के लोगों को वजन पर कंट्रोल करने की सलाह देते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं, बच्चों में बढ़ती मोटापे की समस्या और भी गंभीर हो सकती है, इसपर सभी माता-पिता को विशेष ध्यान देते रहने की आवश्यकता होती है।

वजन बढ़ने के कई कारक हो सकते हैं समय रहते उनकी पहचान कर इससे बचाव के तरीकों को अपनाना जरूरी हो जाता है। वजन कम करने के लिए लोग तमाम प्रकार के तरीकों को प्रयोग में लाते रहते हैं, इंटरमिटेंट फास्टिंग से लेकर आहार में बदलाव को इसमें प्रभावी माना जाता रहा है। पर सिर्फ आहार में बदलाव करके ही वजन को कंट्रोल नहीं किया जा सकता है। इसके लिए दिनचर्या की कुछ और भी आदतों पर ध्यान देना आवश्यक हो जाता है।

वजन बढ़ाने वाले कारक

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, मोटापा आमतौर पर अधिक खाने और बहुत कम चलने या शारीरिक सक्रियता की कमी के कारण होता है। यदि आप उच्च मात्रा में कैलोरी, फैट वसा और मीठी चीजों का सेवन अधिक करते हैं, लेकिन व्यायाम और शारीरिक गतिविधि कम है तो अतिरिक्त ऊर्जा का अधिकांश भाग शरीर में फैट के रूप में बढ़ता जाता है। ये मोटापा का कारण बन सकता है।

मोटापे की समस्या से बचे रहने के लिए आहार में बदलाव के अलावा दिनचर्या की आदतों को ठीक रखना भी आवश्यक माना जाता है। आइए जानते हैं कि इसके लिए किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए?

वजन कम करने के लिए आहार को ठीक रखने के साथ-साथ नियमित रूप से व्यायाम की आदत बनाना भी बहुत आवश्यक है। कैलोरी बर्न करने के लिए व्यायाम बहुत आवश्यक माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं सभी लोगों को सप्ताह में कम से कम 150 मिनट के मध्यम स्तरीय व्यायाम की आदत जरूर बनानी चाहिए। अगर आप जिम नहीं जा सकते तो वॉकिंग, रनिंग, साइकिलिंग जैसे अभ्यास करके भी लाभ पा सकते हैं। ये आदत वजन कम करने के साथ लाइफस्टाइल से संबंधित कई अन्य बीमारियों से भी बचाने में मदद करती है।

वजन कम करने के लिए शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत आवश्यक माना जाता है। इसलिए रोजाना 3-4 लीटर पानी पीने की आदत बनाएं। पानी पीने से पाचन ठीक रहता है और शरीर से विषाक्तता कम होती है। यह अतिरिक्त फैट को बनने से रोकने में भी आपके लिए मददगार है। पानी पीते रहने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है जिससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों के अवशोषण में भी सुधार होता है।

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