Dhan Lakshmi : धर्मशास्त्रों में दान के महत्त्व को लेकर ये भी कहा गया है कि व्यक्ति को Devi Lakshmi की कृपा पाने के लिए अपने सामर्थ्य और मेहनत की कमाई का दसवां हिस्सा दान करना चाहिए. माना जाता है कि ऐसा दान करने से पिछले जन्म के पाप भी कम होते हैं. इससे पुण्य फल सिर्फ दान करने वाले इंसान को ही नहीं बल्कि उसके परिवार और बच्चों तक को मिलता है. हमेशा ब्राह्मण, गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान करें, लेकिन दान देने से पहले इससे संबंधित नियमों को जरूर जान लें. शास्त्रों में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है जिसे दान में देना या ऐसे ही किसी को दे देने से शुभ फल नहीं मिलता. इन चीजों का दान करने या देने से आप कंगाल भी हो सकते हैं. इसीलिए जान लें कि किन चीजों का दान नहीं करना चाहिए और क्या है . दान के नियम
भूलकर भी रसोई में रखी ये चीजें न करें दान
कैंची, चाकू, तलवार, लोहे की रेती, कटार जैसी धारदार चीजें दान में नहीं देनी चाहिए. किसी के मांगने पर भी इन चीजों को दान में न दें. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन चीजों का दान आपके जीवन में भूचाल मचा सकता है. ऐसा माना जाता है कि इससे जीवन में अशांति आती है, परिवार में क्लेश बढ़ता है और नकारात्मकता के साथ ही व्यापार में नुकसान होता है. इन चीजों को किसी को भी देने से के लिए मोहताज हो सकता है. इसीलिए इन्हें कभी भी दान में ना दे.
कभी भी किसी गरीब को दान में बासी भोजन नहीं देना चाहिए. ऐसा करने से आपके परिवार के सदस्य का स्वास्थ्य खराब हो सकता है. जानबूझकर किसी को बासी या खराब भोजन खिलाने से आपके घर में दरिद्रता आ सकती है. बासी भोजन का दान घर में बिमारी के रूप में लौट कर आता है और दानकर्ता के जीवन में भूचाल मचा देता है. इसीलिए किसी को भी ठीक वैसा ही खाना खिलाइए जैसा आप खुद खा सकते हैं.
शास्त्रों के अनुसार शाम के समय दूध और दही का दान बिलकुल नहीं करना चाहिए. इसे अशुभ माना गया है. दूध व दही सफेद है जो की चंद्र ग्रह से सम्बंधित है. सूर्य अस्त के बाद दूध व दही के दान करने से घर से सुख और वैभव चला जाता है. दूध को माता लक्ष्मी से भी जोड़कर देखा जाता है. इसीलिए सूर्य अस्त के बाद में दूध और दही किसी को भी देने से घर में आर्थिक स्थिति खराब होने लगती है. इससे घर में दरिद्रता आने लगती है.
Astrology के अनुसार सरसों के तेल का दान बहुत ही अच्छा माना गया है, लेकिन कुछ लोग इस्तेमाल में किया गया तेल भी दान में दे देते हैं. ऐसा करना आपको पाप का भागीदार बना सकता है. कभी भी दान में इस्तेमाल किया हुआ तेल नहीं देना चाहिए. इससे भगवान शनिदेव नाराज हो जाते हैं. इस कारण आपको उनके प्रकोप को झेलना पड़ सकता है
सूर्यास्त के बाद में हल्दी का दान भी नहीं करना चाहिए, खासतौर पर गुरुवार के दिन. हल्दी का संबंध गुरु से माना जाता है. हल्दी के दान करने से गुरु कमजोर होता है, जिससे जीवन में परेशानी आती है और घर में अशांति रहती है.
भूलकर भी नमक का दान बिल्कुल नहीं करना चाहिए क्योंकि नमक का दान करने से आपको शनि की साढ़े साती झेलनी पड़ सकती है. साथ ही नमक का दान करने से व्यक्ति कर्ज में डूब जाता है.
हमेशा जरूरतमंद को ही दान देना चाहिए तभी इससे पुण्य प्राप्त होता है. निस्वार्थ भाव से दान करना चाहिए. दुखी होकर यह द्वेष के भाव से किया गया दान व्यर्थ चला जाता है. इसके साथ ही श्रद्धा भाव से हाथ में देकर ही दान देना चाहिए और आदर और सम्मान के साथ में दान करना चाहिए. जमीन पर रखकर या फेक कर कभी भी किसी को दान ना दे क्योंकि उससे आपको पुण्य फल तो मिलेगा नहीं, उल्टे पाप के भागीदार बनें.