Chaturmas: हिन्दू धर्म के अनुसार वैसे तो हर सप्ताह और महीना बहुत ही खास होता है लेकिन चातुर्मास की एक अपनी ही खासियत होती है। चार महीने के समय को चातुर्मास के नाम से जाना जाता है। इस दौरान श्री हरि देवों के देव महादेव को दुनियां की डोर दे कर निद्रा लोक में चले जाते हैं। इस दौरान हर तरह के शुभ कार्य वर्जित हो जाते हैं। जैसे कि विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश आदि। लेकिन इसी समय में यदि आप पूजा-पाठ करते हैं तो खुशियां दोगुनी होने के चांस बढ़ जाते हैं। तो वहीं धार्मिक दृष्टि के अनुसार इस समय में सूर्य देवता भी काफी कमजोर हो जाते हैं। ऐसे में बहुत से जातकों को अनचाही परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि इस दौरान Sun god क्यों कमजोर हो जाते हैं ? आज इस आर्टिकल में बात करेंगे कि सूर्य देव क्यों कमजोर हो जाते हैं और इन्हें किस तरह मजबूत किया जाए।
किवदिंतियों के अनुसार जब भगवान विष्णु सारे देवताओं के साथ पाताल लोक में विश्राम के लिए चले गए थे, उस समय उनके साथ सूर्य देव भी चले गए। इस वजह से पूरी सृष्टि अंधेरे में डूब गई और चारों तरफ हाहाकार मच गया। तब श्री हरि ने सूर्य देवता को वापिस चले जाने को कहा और वो वापिस आ तो गए लेकिन उनकी ऊर्जा पहले से कमजोर पड़ गई और उनका तेज भी कम हो गया।
इसी वजह से चातुर्मास के समय सूर्य देव का प्रभाव कम हो जाता है और उनकी चाल की पहले के मुताबिक धीरे हो जाती है। ऐसे में यदि आप इन्हें मजबूत करने के लिए कुछ उपाय करते हैं तो आपकी कुंडली में सूर्य बलवान होकर शुभ प्रभाव करते हैं।
सूर्य देव को मजबूत करने के उपाय
चातुर्मास के दौरान सुबह-सुबह सूर्य देव को जल अर्पित करें लेकिन जल में तिल को अवश्य मिला लें।
इसके अलावा सूर्य देव के शुभ फलों की प्राप्ति के लिए पीली वस्तुओं का दान करें।
चातुर्मास के दौरान यदि आप ज्यादा पीले, लाल या नारंगी रंग के कपड़े पहनेंगे तो ज्यादा शुभ फल प्राप्त होंगे।
इन उपायों को करने से सूर्य देव की कृपा बनी रहेगी।
इस दौरान घर की पूर्व दिशा में तांबे का सूर्य लगाएं। ऐसा करने से आपका घर धन-धान्य से भरा रहेगा।
पूजा घर में यदि आप ईशान कोण वाली दीवार पर इसे लगाते हैं तो जतदा फायदा देखने को मिलता है।
इसके अलावा यदि Job या व्यापार में मनचाही तरक्की पाना चाहते हैं तो ऑफिस की पूर्व दिशा में इसे लगाएं।