इन मंत्रों का रोजाना करें जाप होगी शीघ्र संतान प्राप्ति

नातन धर्म में ज्योतिष का विशेष स्थान है। आसान शब्दों में कहें तो सनातन धर्म में ज्योतिष का महत्वपूर्ण स्थान है।

Update: 2023-01-22 14:42 GMT

सनातन धर्म में ज्योतिष का विशेष स्थान है। आसान शब्दों में कहें तो सनातन धर्म में ज्योतिष का महत्वपूर्ण स्थान है। ज्योतिष गणना से व्यक्ति के भूत और भविष्य का पता चलता है। इससे विवाह और विवाह उपरांत जीवन का भी पता चलता है। ज्योतिष शास्त्र में विवाह पूर्व कुंडली मिलान का विधान है। इससे विवाह उपरांत वैवाहिक जीवन की पूरी जानकारी मिलती है। कुंडली मिलान में 9-5 का भकूट दोष लगने पर दंपत्ति को संतान प्राप्ति में देर होती है। साथ ही शारीरिक दोष की वजह से संतान प्राप्ति में देर होती है। इसके अलावा, कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। विवाह उपरांत लंबे समय तक संतान प्राप्ति न होने पर पति और पत्नी के बीच अनबन की स्थिति पैदा हो जाती है। साथ ही ससुराल के लोगों से वधु को ताने भी सुनने को मिलते हैं। इसके लिए सबसे पहले कुंडली मिलान करा लें और निश्चित हो जाएं कि आप दोनों भकूट दोष से पीड़ित नहीं हैं। अगर दोष लगा है, तो इसका निवारण कराएं। वहीं, आप चिकित्सा का भी सहारा ले सकते हैं। इसके अलावा, शीघ्र प्राप्ति के लिए इन मंत्रों का जाप रोजाना करें। आइए जानते हैं-

अस्य गोपाल मंत्रस्य, नारद ऋषि:,
अनुष्टुप छंद:, कृष्णो देवता, म
म पुत्र कामनार्थ जपे विनियोग:।
2.
ऊँ कृष्णाय विद्महे दामोदराय
धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।
3.
देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते।
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।
4.
ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै।
5.
क्लीं ग्लौं क्लीं श्यामलांगाय नमः।
उपाय
ज्योतिषियों की मानें तो गुरुवार का व्रत करने से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं। इसके लिए वधु शुक्ल पक्ष में गुरुवार का व्रत प्रारंभ करें। वहीं, लगातार 16 गुरुवार का व्रत करें। इसके पश्चात, उद्यापन करें। इससे शीघ्र संतान प्राप्ति होती है। वहीं, शुक्ल पक्ष की रात्रि में संग करने से भी संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही संतान दीर्घायु होता है।

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