इन मंत्रों का रोजाना करें जाप होगी शीघ्र संतान प्राप्ति
नातन धर्म में ज्योतिष का विशेष स्थान है। आसान शब्दों में कहें तो सनातन धर्म में ज्योतिष का महत्वपूर्ण स्थान है।
सनातन धर्म में ज्योतिष का विशेष स्थान है। आसान शब्दों में कहें तो सनातन धर्म में ज्योतिष का महत्वपूर्ण स्थान है। ज्योतिष गणना से व्यक्ति के भूत और भविष्य का पता चलता है। इससे विवाह और विवाह उपरांत जीवन का भी पता चलता है। ज्योतिष शास्त्र में विवाह पूर्व कुंडली मिलान का विधान है। इससे विवाह उपरांत वैवाहिक जीवन की पूरी जानकारी मिलती है। कुंडली मिलान में 9-5 का भकूट दोष लगने पर दंपत्ति को संतान प्राप्ति में देर होती है। साथ ही शारीरिक दोष की वजह से संतान प्राप्ति में देर होती है। इसके अलावा, कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। विवाह उपरांत लंबे समय तक संतान प्राप्ति न होने पर पति और पत्नी के बीच अनबन की स्थिति पैदा हो जाती है। साथ ही ससुराल के लोगों से वधु को ताने भी सुनने को मिलते हैं। इसके लिए सबसे पहले कुंडली मिलान करा लें और निश्चित हो जाएं कि आप दोनों भकूट दोष से पीड़ित नहीं हैं। अगर दोष लगा है, तो इसका निवारण कराएं। वहीं, आप चिकित्सा का भी सहारा ले सकते हैं। इसके अलावा, शीघ्र प्राप्ति के लिए इन मंत्रों का जाप रोजाना करें। आइए जानते हैं-