Geeta Jayanti ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन गीता जयंती को विशेष माना गया है जो कि हर साल मनाई जाती है। इसी शुभ दिन पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इस दिन को धार्मिक और आध्यात्मिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण माना गया है।
आपको बता दें कि इस साल गीता जयंती का त्योहार 11 दिसंबर को मनाया जाएगा। इसी दिन मोक्षदा एकादशी का व्रत भी रखा जाएगा, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि गीता जयंती के दिन किस मुहूर्त में पूजा करना लाभकारी होगा, तो आइए जानते हैं शुभ समय।
गीता जयंती की पूजा का मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का आरंभ 11 दिसंबर को देर रात 3 बजकर 42 मिनट से आरंभ हो रहा है जो कि अगले दिन 12 दिसंबर को 1 बजकर 9 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। ऐसे में मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती 11 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन गीता का पाठ और भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है।
आपको बता दें कि गीता जयंती के दिन मोक्षदा एकादशी मनाई जाती है ऐसे में इस दिन उपवास जरूर करें मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और परिवार में सुख शांति बनी रहती है। गीता जयंती के दिन विशेष रूप से घर की साफ सफाई करनी चाहिए और पूजा स्थल को भी साफ करके भगवान कृष्ण का ध्यान करें। इसके अलावा गीता जयंती पर गाय की सेवा जरूर करें ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान दें और भोजन कराएं। ऐसा करने से लाभ मिलता है।
गीता जयंती के दिन घर में आरती और पूजा का आयोजन भी करना चाहिए यह बहुत ही लाभकारी माना जाता है। गीता जयंती के दिन ध्यान साधना करना भी लाभकारी होता है इससे मन को शांति और आत्मा की उन्नति होती है। इस दिन घर में गीता के किसी भी अध्याय का पाठ करें और भगवान कृष्ण की पूजा करें।