Palmistry: हथेली में कई रेखाएं ऐसी होती हैं, जिन्हें हम मुख्य रेखाएं तो नहीं कहते, परंतु उनका महत्व किसी भी प्रकार कम नहीं कहा जा सकता। इन रेखाओं का अध्ययन भी अपने आप में अत्यंत जरूरी है। ये रेखाएं स्वतंत्र रूप से या किसी रेखा की सहायक बनकर अपना निश्चित प्रभाव मानव जीवन पर डालती हैं।
चंद्र रेखा भी इनमें से ही एक होती है। व्यक्ति के हाथ में इस रेखा को सबसे अधिक महत्व दिया जाता है। इसे अंत:प्रेरणा रेखा भी कहते हैं। यह रेखा मणिबंध या चंद्र पर्वत से प्रारंभ होकर धनुष का आकार धारण करती हुई बुध क्षेत्र तक पहुंचती है।
जिनके हाथों में यह रेखा होती है, वे व्यक्ति साधारण घराने में जन्म लेकर भी बहुत अधिक ऊंचे पद पर पहुंचते हैं। कई बार ऐसे व्यक्ति राष्ट्रपति या सेनाध्यक्ष बनते हैं। ऐसे व्यक्ति राष्ट्र से संबंधित महत्वपूर्ण पद को सुशोभित करते हैं।ऐसे व्यक्तियों के लिए जल यात्रा घातक होती है। कई बार तैरते समय इन्हें मृत्यु सम कष्ट उठाना पड़ता है। इनका स्वभाव सरल, मधुर तथा गंभीर होता है। इनका व्यक्तित्व अत्यंत सम्मोहक होता है तथा शत्रुओं को भी अपने वश में करने की क्षमता इनमें होती है। ये व्यक्ति दूसरों की सहायता करने वाले होते हैं और यदि जीवन में कोई इनके साथ भलाई का व्यवहार करता है तो ये उसका उपकार जीवन भर नहीं भूलते।
ऐसे व्यक्ति समय पड़ने पर समाज को तथा देश को सही निर्देश देने में सक्षम होते हैं।