Chandra Darshan 2025 ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में अमावस्या के बाद चंद्र दर्शन का विशेष महत्व होता है. साल 2025 के पहले दिन 1 जनवरी को ही ये शुभ योग बन रहा है. सूर्यास्त के बाद का समय चंद्र दर्शन के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र में चंद्र को मन का कारक माना गया है और चंद्र दर्शन के दिन चांद देखने से कहते हैं की ज्ञान की प्राप्ति होती है. जिन लोगों की कुंडली में चंद्र ग्रह की स्थिति कमजोर होती है वो इस दिन व्रत रखते हैं और शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही इस व्रत का पारण करते हैं. इस दिन चंद्रमा को देखकर जब कोई विश मांगी जाती है तो ऐसी धार्मिक मान्यता है कि उसे पूरा होने में समय नहीं लगता.
नए साल 2025 के पहले चंद्र दर्शन का समय
जनवरी 1, 2025, बुधवार के दिन चन्द्र दर्शन का समय शाम 05 बजकर 36 मिनट से 06 बजकर 53 मिनट तक रहेगा. आप इस 01 घण्टा 17 मिनट के बीच पूजा कर सकते हैं. चंद्रमा को अर्घ्य दे सकते हैं
हिंदू धर्म में चंद्र दर्शन का महत्व
चंद्रमा को शीतलता, शांति, और मानसिक संतुलन का प्रतीक माना जाता है. हिंदू धर्म में चंद्र दर्शन का गहरा महत्व है जिसे शुभ और मंगलकारी कहा जाता है. साल के पहले दिन अगर आप आज शाम को शुभ मुहूर्त में चंद्र दर्शन करते हैं और चंद्र देव को अर्घ्य देकर उनकी पूजा करते हैं तो इससे आपकी मनोकामना शीघ्र पूरी होती है. कुंडली में चंद्रमा की स्थिति व्यक्ति की मानसिक स्थिति, स्मृति, और स्वभाव को प्रभावित करती है. चंद्र दर्शन कुंडली में चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करता है. खासकर सोमवार के दिन चंद्र दर्शन और चंद्रमा की पूजा करने से कुंडली के दोषों का निवारण होता है.