Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य के ये मंत्र विद्यार्थियों को गांठ बांध लेने चाहिए, फिर लक्ष्य निश्चित प्राप्त होगा

आचार्य चाणक्य के मुताबिक विद्यार्थी जीवन किसी भी व्यक्ति के जीवन का अहम पड़ाव होता है. इसमें गलती की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए क्योंकि गलती करने और सुधारने में आप अपने बहुमूल्य समय को खो देते हैं.

Update: 2022-03-20 02:24 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आचार्य चाणक्य के मुताबिक विद्यार्थी जीवन किसी भी व्यक्ति के जीवन का अहम पड़ाव होता है. इसमें गलती की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए क्योंकि गलती करने और सुधारने में आप अपने बहुमूल्य समय को खो देते हैं. इसलिए इस जीवन में बेहद अनुशासित होकर अपने लक्ष्य के लिए मेहनत करनी चाहिए. आचार्य चाणक्य ने विद्यार्थियों को कुछ खास नियमों को पालन करने की हिदायत दी है, ताकि वे अपने लक्ष्य को हर हाल में प्राप्त कर सकें.

किसी भी कार्य को करने के लिए एक समय सीमा तय करें और उस कार्य को उस समय सीमा में हर हाल में पूरा करें. जो छात्र इस नियम का पालन करता है, वो अपने लक्ष्य को किसी भी हाल में प्राप्त करके ही रहता है.
जो काम आज करना है, उसे हर हाल में आज ही करें, कल पर कभी न टालें. अगर आपने काम को कल पर टाल दिया तो उसमें कोई न कोई व्यवधान आ सकता है और संभव है कि वो कार्य और टल जाए या पूरा ही न हो सके. इसलिए आज का कार्य आज ही खत्म करें.
मित्रता बहुत सोच समझकर करें. गलत दोस्ती आपके पूरे भविष्य को खतरे में डाल सकती है. आपको आपके लक्ष्य से भटका सकती है. ये आपकी सफलता में सबसे बड़ी बाधा होती है. इसलिए मित्र उन लोगों को बनाएं जो अच्छे और सच्चे हों.
विद्यार्थी जीवन में किसी भी तरह की गलत आदत से बचें. किसी भी तरह के नशे की लत न लगने दें, वरना आप कब अपनी राह से भटक जाएंगे, आपको पता ही नहीं चलेगा. नशा व्यक्ति के पूरे जीवन को तबाह कर देता है. विद्यार्थियों के लिए तो ये बहुत बड़ा अभिशाप है.


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