चाणक्य नीति : याद रख लें चाणक्य नीति की ये अहम बातें, पूरी जिंदगी धन वर्षा करेगी मां लक्ष्मी

आचार्य चाणक्य की बातें अक्सर सुनने बहुत ही कठोर सी प्रतीत होती हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि वह वर्तमान की वास्तविकता की कसौटी पर पूरी तरह से खरी उतरती हैं.

Update: 2021-11-17 02:52 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आचार्य चाणक्य की बातें अक्सर सुनने बहुत ही कठोर सी प्रतीत होती हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि वह वर्तमान की वास्तविकता की कसौटी पर पूरी तरह से खरी उतरती हैं. आचार्य ने सालों पहले ही आज के समय को लेकर कई ऐसी बातें कहीं हैं तो एक दम सच हैं. ये कहना गलत नहीं होगा कि उनकी कही हुई हर एक बात में जीवन का गूढ़ रहस्य छिपा हुआ है.आचार्य के ग्रंथ नीति शास्त्र में उन्होंने धर्म, समाज, राजनीति, धन आदि तमाम विषयों के बारे में काफी कुछ कहा है, जो हर व्यक्ति को सही और गलत का भेद बताता है.

आपको बता दें कि चाण्क्य की नीति कहती है कि लक्ष्मी जी का आशीर्वाद व्यक्ति को सम्मान और सुख दोनों प्रदान करता है. यही कारण है कि कोई भी इंसान हो वह लक्ष्मी मां की कृपा को हमेशा ही पाना चाहता है. लक्ष्मी की कृपा के लिए हर कोई परिश्रम करता है, जीवन में संघर्ष करता है, ताकि बस लक्ष्मी जी का आशीर्वाद कठोर तपस्या से प्राप्त होता है.
लेकिन अगर आपके पास धन आ गया है तो अपने बीते हुए कल तो कभी नहीं भूलना चाहिए. ये सत्य है कि जो लोग अपने बुरे दिनों को भूल जाते हैं ऐसे लोगों का लक्ष्मी जी त्याग कर देती हैं. चाणक्य के अनुसार जब व्यक्ति के पास धन आने लगे तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए-
अहंकार से दूर रहें
चाणक्य के अनुसार धन आने से अक्सर बुरी आदतों का आगमन भी इंसान के जीवन में हो जाता है. इसलिए धन पर सतर्क और जागरूक रहना चाहिए. धन के आने पर आपको कभी भी खुद पर अहंकार नहीं होना चाहिए. जो लोग अहंकार करते हैं उनका भविष्य अंधकारमय हो जाता है और अहंकार करने वालों को लक्ष्मी जी पसंद नहीं करती हैं.
क्रोध से दूरी बनाएं
चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को खुद से क्रोध से हमेशा दूर रहना चाहिए. क्रोध जीवन में सबसे खतरनाक अवगुण है,जो हमेशा गलत को बढ़ावा देता है. क्रोध को व्यक्ति का सबसे बड़ा शत्रु माना गया है. धन आने के बाद आपको क्रोध नहीं बल्कि धैर्य को अपनाना चाहिए.
वाणी दोष से बचें
धन पर मनुष्य को अपनी वाणी को दूषित नहीं करना चाहिए. धन के अहंकार में अक्सर लोगों की वाणी खराब हो जाती है जिससे हम दूसरों का अपमान करते हैं. जैसा करने वालों के घर से लक्ष्मी दूर हो जाती है. यही कारण है कि व्यक्ति को अपनी भाषा और वाणी को लेकर सतर्क रहना चाहिए.
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