Bhishma Ashtami ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व है लेकिन भीष्म द्वादशी को बेहद ही खास माना गया है जो कि पितामह भीष्म को समर्पित है पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को भीष्म ने प्राण त्याग दिए थे। इसी महीने की द्वादशी तिथि को पांडवों ने उनका तर्पण और पिंडदान किया था।
इसी तिथि पर भीष्म द्वादशी का व्रत किया जाता है। इस दिन पूजा पाठ और व्रत करना लाभकारी माना जाता है मान्यता है कि भीष्म द्वादशी के दिन व्रत पूजन करने से सभी दुखों का निवारण हो जाता है, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा भीष्म द्वादशी की तारीख और मुहूर्त की जानकारी प्रदान कर रहे हैं, तो आइए जानते हैं।
भीष्म द्वादशी की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल भीष्म द्वादशी का व्रत 9 फरवरी दिन रविवार को किया जाएगा। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 8 बजकर 30 मिनट से लेकर 9 बजकर 53 मिनट तक है। इसके अलावा दूसरा मुहूर्त सुबह 9 बजकर 53 मिनट से लेकर 11 बजकर 17 मिनट तक रहेगा।
इसके अलावा दोपहर का मुहूर्त 12 बजकर 18 मिनट से लेकर 1 बजकर 3 मिनट तक रहेगा। आखिरी का मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 4 मिनट से लेकर 3 बजकर 28 मिनट का प्राप्त हो रहा है। इस मुहूर्त में भीष्म पितामह की पूजा अर्चना करना लाभकारी होगा।