Chanakya Niti : जो विद्या​र्थी इन पांच आदतों से स्वयं को रखता है दूर, उसके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं होता

हंसमुख स्वभाव का होना अच्छी बात है. लेकिन पढ़ाई करने वाले छात्रों को ज्यादा हास-परिहास की आदत नहीं डालनी चाहिए.

Update: 2022-03-18 02:24 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।

हास-परिहास से दूरी : हंसमुख स्वभाव का होना अच्छी बात है. लेकिन पढ़ाई करने वाले छात्रों को ज्यादा हास-परिहास की आदत नहीं डालनी चाहिए. इससे उनका दिमाग बार बार भ्रमित होता है और खुराफातों में लगता है. विद्यार्थी को अपने लक्ष्य के प्रति गंभीर होना चाहिए.
नींद पर नियंत्रण : वैसे तो सभी को समय से सोना चाहिए और समय से जागना चाहिए. लेकिन विद्यार्थी को इस नियम का कड़ाई से पालन करना चाहिए, ताकि वो अपना कार्य समय से पूरा कर सके. विद्यार्थियों के लिए नींद पर नियंत्रण बहुत जरूरी है.
काम वासना से दूरी : विद्यार्थी जीवन में काम वासना से दूरी बहुत जरूरी है. काम वासना में लिप्त होने वाला छात्र कभी अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकता. उसके मन में हमेशा इसी तरह के विचार रहते हैं, जो लगातार उसका भटकाव करते हैं.
शृंगार से दूरी : शृंगार महिलाओं का गहना होती है, लेकिन छात्र जीवन में लड़कियों को इससे दूर रहना चाहिए. सजने संवरने में मन लगाने वाले अपने लक्ष्य से अक्सर भटक जाते हैं.
स्वाद पर नियंत्रण : विद्यार्थियों को अपने स्वाद पर नियंत्रण रखना चाहिए. विद्यार्थियों को हल्का और सुपाच्य भोजन करना चाहिए, जिससे उन पर आलस हावी न हो. विद्यार्थी जीवन स्वाद के चक्कर में पड़ गए तो पढ़ाई से मन हटते देर नहीं लगती.


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