Chanakya Neeti: जानिए चाणक्य के नीति शास्त्र के अनुसार, सुखद दांपत्य जीवन में सफलता का रहस्य

जो लोग दांपत्य जीवन को बेहतर ढंग से जीते हैं वे जीवन में आने वाली हर परेशानी को आसानी से दूर करने में सक्षम होते हैं.

Update: 2020-11-03 10:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चाणक्य की गिनती देश के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है. चाणक्य ने विभिन्न विषयों को बहुत ही गहराई से अध्ययन किया था. चाणक्य एक योग्य शिक्षक होने के साथ साथ कुशल अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री और कूटनीतिज्ञ थे. चाणक्य ने हर उस विषय को जाना और समझा जो मनुष्य को सबसे अधिक प्रभावित करता है.


चाणक्य ने अपने अध्ययन और अनुभव के आधार पर पाया कि सुखद दांपत्य जीवन में भी सफलता का रहस्य छिपा होता है. जो लोग दांपत्य जीवन को बेहतर ढंग से जीते हैं वे जीवन में आने वाली हर परेशानी को आसानी से दूर करने में सक्षम होते हैं.


करवा चौथ का पर्व 4 नवंबर को मनाया जाएगा. करवा चौथ का व्रत दांपत्य जीवन में खुशियां लेकर आता है. करवा चौथ पर सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु की कामना करती हैं. हिंदू धर्म में इस पर्व और व्रत की विशेष अहमियत है. चाण्क्य के अनुसार दांपत्य जीवन में खुशियां तभी आती है जब पति और पत्नी मिलकर इसे बेहतर बनाने में रूचि लेते हैं.


संकट के समय एक दूसरे का साथ न छोड़ें

चाणक्य के अनुसार पति और पत्नी का रिश्ता विश्वास और निष्ठा पर टिका है. इसलिए इस रिश्ते में कभी इन दोनों ही चीजों की कमी नहीं आने देनी चाहिए. चाणक्य का मानना कि संकट के समय पति और पत्नी का एक दूसरे का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए. हर आने वाले संकट का मिलकर डटकर मुकाबला करना चाहिए. एक दूसरे का साथ बना रहने से हर दुख छोटा लगने लगता है. चाणक्य के अनुसार कोई भी कष्ट स्थाई नहीं होता है. जिस प्रकार से रात के बाद दिन होता है उसी प्रकार से दुख के बाद सुख की प्राप्ति होती है. ऐसे में इस पवित्र रिश्ते को पूरे आत्मविश्वास के साथ निभाना चाहिए.


लालच और दिखावे से दूर रहें

चाणक्य के अनुसार पति और पत्नी के रिश्ते में लालच और दिखावे के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए. ये दोनों ही चीजें इस रिश्ते को कमजोर करती हैं. इसलिए इनसे दूर रहना चाहिए. पति और पत्नी का रिश्ता सबसे पवित्र रिश्तों में से एक माना जाता है. इस रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए प्रयास करने चाहिए.

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