Mansi Ganga Govardhan: हमारे देश में गंगा को एक नदी नहीं बल्कि गंगा मइया कहते हैं और इसके जल को बेहद पवित्र माना जाता है। पूजा-अनुष्ठान से पहले स्थान को पवित्र करने के लिए गंगाजल का इस्तेमाल किया जाता है और यह मान्यता हर जगह है। लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में एक ऐसी झील भी है जिसके पानी को गंगाजल से ज्यादा पवित्र माना जाता है। अगर नहीं तो चलिए आज आपको यह जानकारी देते हैं।
गंगाजल से भी ज्यादा पवित्र मानी जाने वाली यह झील कान्हा नगरी के नाम से मशहूर पुरातन शहर यानी मथुरा में है। इस झील की पौराणिक मान्यता भी है और आज भी लोग यहां का जल ले जाते हैं। इस बात की जानकारी आध्यात्मिक गुरु गौरांग दास ने दी। उन्होंने बताया कि इस झील का नाम मानसी गंगा गोवर्धन है और यह मथुरा की सबसे पवित्र झीलों में से एक है। इस झील के जल को गंगाजल से भी ज्यादा पवित्र माना जाता है। इस झील से जुड़ी मान्यता यह है कि भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी इस झील पर नाव में सवारी करते थे।
इस झील को लेकर दो पौराणिक कथाएं प्रचलित है। इसके अनुसार, भगवान कृष्ण ने गोपियों के कहने पर वृष हत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए यहां पर इस झील को प्रकट किया था। इसके बाद इसमें स्नान करके वृष हत्या के पाप से मुक्त हुए थे।
वहीं दूसरी कथा के अनुसार, माना जाता है कि राधा रानी के साथ भगवान कृष्ण इस झील में नौका विहार करते थे। इसी के कारण यहां पर पूजा करने के साथ दीपदान करने का विधान है।
मानसी गंगा में जो व्यक्ति स्नान करता है उसे सभी पापों से मुक्ति मिलने के साथ हजारों अश्वमेध यज्ञों के बराबर फल की प्राप्ति होती है।
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