ज्योतिष शास्त्र:वैदिक ज्योतिष में राहु-केतु को छाया ग्रह माना जाता है। ऐसे में व्यक्ति की कुंडली में इन ग्रहों की स्थिति के आधार पर शुभ और अशुभ फल प्राप्त होते हैं। आपको बता दें कि किसी भी ग्रह के साथ जुड़ने से उस व्यक्ति को सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम मिलते हैं। क्रूर ग्रह राहु और केतु को एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने में डेढ़ वर्ष का समय लगता है। आपको बता दें कि करीब डेढ़ साल बाद केतु 30 अक्टूबर को सूर्य की सिंह राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं।
केतु गोचर का प्रभाव सभी राशि के जातकों के जीवन पर पड़ेगा। इस अवधि में आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं इस दौरान केतु के प्रकोप के कारण इस राशि के जातकों को जीवन में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं केतु के सिंह राशि में प्रवेश से किस राशि के लोगों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।
TAURUS
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु का गोचर वृषभ राशि वालों के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा। जिसके कारण इन लोगों की लव लाइफ प्रभावित हो रही है। साथ ही इस समय रिश्तों में खटास आएगी। मानसिक तनाव आपको घेर लेगा। बच्चों से जुड़ी समस्याएँ आपकी चिंता बढ़ाएँगी। आर्थिक हानि के संकेत हैं। गोचर काल के दौरान वाद-विवाद से बचें।
कर्क राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु का गोचर इस राशि के जातकों के जीवन में तूफान ला सकता है। इस दौरान आपको अपने पारिवारिक जीवन में मतभेद देखने को मिलेंगे। छोटी-छोटी बातें बड़ी समस्या का कारण बनेंगी. आर्थिक स्थिति में कमी आएगी। इतना ही नहीं इस अवधि में कर्ज लेने की भी नौबत आ सकती है।
तुला
अक्टूबर में केतु के गोचर के कारण तुला राशि वालों के लिए यह समय मुश्किलों भरा रहने वाला है। इस अवधि में वैवाहिक जीवन में उथल-पुथल रहेगी। अपने पार्टनर की भावनाओं को नजरअंदाज करना महंगा पड़ सकता है। साथ ही अप्रत्याशित खर्च भी सामने आएंगे। खर्च बढ़ने से मानसिक तनाव बढ़ेगा। साथ ही आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।