ज्योतिषशास्त्र: ऐसे धूप देने से दूर हो जाती हैं कई सारी तकलीफें, जानें इसके नियम और लाभ
ऐसे धूप देंगे तो होंगे कई सारे लाभ
ज्योतिषशास्त्र में धूप देने का विशेष महत्व है। कहते हैं कि अगर नियमपूर्वक धूप दी जाए तो जीवन की कई सारी तकलीफें अपने आप ही दूर हो जाती हैं। साथ ही यह भी मान्यता है कि अलग-अलग तरह के धूप का प्रयोग अलग-अलग तरह की परेशानियां दूर करने के लिए किया जाता है। तो आइए यहां जानते हैं धूप कैसे दी जाती है? इसके क्या नियम है और कब किस परेशानी से राहत पाने के लिए कौन सी धूप दी जानी चाहिए…
धूप देने के इन नियमों का रखें विशेष ख्याल
यूं तो नियमित रूप से धूप देनी चाहिए। लेकिन अगर आप रोज धूप नहीं दे पाते हैं। तो तेरस, चौदस, अमावस्या और तेरस, चौदस तथा पूर्णिमा को सुबह-शाम धूप जरूर दें। ध्यान रखें जब भी धूप देने जाएं तो उससे पहले घर की सफाई जरूर करें। खुद भी पवित्र होकर ही धूप दें। धूप हमेशा ईशान कोण में इस तरह रखें कि उसकी खुशबू घर के सभी कमरों में फैल जाए। साथ ही धूप रखते समय ईश्वर से यह प्रार्थना भी करें कि उनकी कृपा हमेशा ही बनी रहे।
धूप देने से होते हैं कई सारे लाभ
धूप देने से न केवल मन शांत होता है। बल्कि जातक और घर-परिवार में रहने वाले सभी सदस्यों के रोग-शोक भी दूर होते हैं। ग्रहों की उठापटक से होने वाली टेंशन भी धीरे-धीरे कम होने लगती है। ग्रह-क्लेश की समस्या से भी राहत मिलती है। घर में किसी भी तरह की नकारात्मकता प्रवेश नहीं कर पाती।
यह धूप दूर कर देती है तंत्र-मंत्र की समस्या
अगर आपको लगता है कि आपके घर में किसी ने कुछ तंत्र-मंत्र कर रखा है तो जावित्री, गायत्री और केसर लाकर उसे कूटकर मिला लें। इसके बाद उसमें उचित मात्रा में गुग्गल मिला लें। फिर इस मिश्रण की धूप नियमित रूप से शाम के समय करें। मान्यता है कि यह धूप 21 दिन तक करेंगे तो तांत्रिक अभिकर्म दूर हो जाता है।
इस धूप से मिलता है यह विशेष लाभ
मान्यता है कि लोबान को सुलगते हुए कंडे या अंगारे पर रख कर जलाने से घर की नकारात्मकता दूर हो जाती है। लेकिन लोबान जलाने से पहले यह जान लें कि इसके कुछ विशेष नियम होते हैं। इसको जलाने से पारलौकिक शक्तियां आकर्षित होती हैं। अत: लोबान को घर में जलाने से पहले किसी जानकार की राय जरूर ले लें। खासतौर पर गुरुवार के दिन किसी समाधि विशेष पर लोबान जलाने से भी पारलौकिक मदद मिलती है।
वास्तुदोष से परेशान हों तो ऐसे जलाएं धूप
अगर वास्तुदोष से परेशान हों तो घर में सप्ताह में एक या दो बार नीम के पत्ते की धूनी जलाएं। इससे जहां एक और सभी तरह के जीवाणु नष्ट हो जाएंगे वहीं वास्तुदोष भी समाप्त हो जाएगा। इसके अलावा प्रत्येक शनिवार की शाम को पीपल की पूजा करके धूप और दीप जलाएं। इस उपाय से जीवन में धन और समृद्दि के मार्ग खुल जाते हैं और शनिदोष भी दूर हो जाता है।
नकारात्मकता दूर करती है यह धूप
अगर नेगेटिविटी लगातार बढ़ रही हो या फिर काम बनते-बनते बिगड़ रहे हों तो पीली सरसों, गुगल, लोबान, गौघृत को मिलाकर धूप बना लें और सूर्यास्त के बाद दिन अस्त के पहले उपले (कंडे) जलाकर यह सभी मिश्रित सामग्री उस पर डाल दें। इसके बाद उसका धुआं पूरे घर में दिखा दें। मान्यता है कि ऐसा 21 दिन तक करेंगे तो घर से सारी नेगेटिविटी दूर हो जाती है और बिगड़ते काम बनने लगते हैं।