महाशिवरात्रि पर ऐसे लगाएं भगवान शिव को त्रिपुंड

Update: 2024-03-08 05:05 GMT
ज्योतिष न्यूज़  : हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे पर्व मनाए जाते हैं लेकिन महाशिवरात्रि को बेहद ही खास माना गया है जो कि हर साल फाल्गुन मास में पड़ती है इस दिन शिव पार्वती की पूजा आराधना का विधान होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन शिव पूजा करने से उत्तम फलों की प्राप्ति होती है।
 इस साल महाशिवरात्रि 08 मार्च दिन शुक्रवार को पड़ रही है इसी शुभ दिन पर शिव पार्वती का विवाह हुआ था मान्यता है कि इस दिन विधिवत शिव पार्वती की पूजा करने से पूर्ण आशीर्वाद मिलता है ऐसे में अगर आप इस दिन भोलेबाबा को प्रसन्न करने के लिए उन्हें चंदन का त्रिपुंड लगा रहे हैं तो आज हम आपको इसकी सही विधि बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
 त्रिपुंड लगाने की विधि और नियम—
अगर आप महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को चंदन का त्रिपुंड लगाते हैं तो आपको कई सारे नियमों का पालन करना होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार त्रिपुंड तीनों उंगलियों को चंदन या भस्म में डुबोने के बाद मध्यमा और अनामिका से शिवलिंग पर लकीर खिंचना चाहिए। जब लकीरें बन जाएं तो अंत में तर्जनी उंगली में लगे चंदन से अनामिका उंगली से बनी लकीर के बाद एक खीच शिवलिंग पर त्रिपुंड बनाना चाहिए। इस दौरान इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखें कि मन में शिव मंत्रों का जाप लगातार करते रहें।
 महाशिवरात्रि पूजन मंत्र—
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
।। ओम तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात ।।
शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च।।
ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिमहिर्बम्हणोधपतिर्बम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।।
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