आचार्य चाणक्य को भारत के महान ज्ञानियों और विद्वानों में से एक माना गया हैं इनकी नीतियां देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता हैं। आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को नीतिशास्त्र में पिरोया हैं जिसका अनुसरण करने वाला मनुष्य सफलता के शिखर को प्राप्त करता हैं।
चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़े हर पहलु पर अपनी नीतियां बनाई हैं चाणक्य ने अपनी नीतियों के जरिए कहा है कि मनुष्य को कुछ लोगों को भूलकर भी पैर नहीं लगाना चाहिए वरना उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इसी विषय पर चाणक्य नीति बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
पढ़ें आज की चाणक्य नीति—
चाणक्य नीति कहती हैं कि भूलकर भी गुरु को पैर नहीं लगाना चाहिए अगर गलती से पैर लग जाए तो चरण स्पर्श करके गुरु से क्षमा मांगे। गुरु को पैर लगाने से उनका अपमान होता हैं और जातक को जीवन में कष्टों का सामना करना पड़ता हैं इसके अलावा ब्राह्मण को भी पैर नहीं लगाना चाहिए और न ही अपमान करना चाहिए। ऐसा करने से इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता हैं।
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में कहा है कि किसी भी कन्या को पैर नहीं लगाना चाहिए। अगर कोई ऐसी गलती करता है तो उसके बुरे दिन शुरू हो जाते हैं ऐसे में इससे बचना चाहिए। इसके अलावा वृद्ध जनों को भी पैर लगाना अच्छा नहीं माना जाता हैं ऐसा करने से ईश्वर नाराज हो जाता हैं। जिसके कारण आप मुसीबत में भी फंस सकते हैं। चाणक्य नीति कहती हैं कि बालक या छोटे बच्चों को भी कभी पैर नहीं लगाना चाहिए ऐसा करने से जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं।