आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में चार स्थानों का जिक्र किया है जहां कभी नहीं रुकना चाहिए आपके जीवन पर पहुंच सकती है हानि
रणनीतिकार और अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य ने एक नीति शास्त्र की रचना की है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रणनीतिकार और अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य ने एक नीति शास्त्र की रचना की है। अपनी नीति शास्त्र में उन्होंने जीवन के हर पहलू के बारे में विस्तार से बताया है। अपनी इन नीतियों के जरिए आचार्य चाणक्य ने मनुष्य को जरूरी और कड़े संदेश भी दिए हैं। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों के बल पर एक साधारण बालक चंद्रगुप्त को मधग का सम्राट बना दिया था। उन्होंने अपने नीतिशास्त्र में निजी जीवन, नौकरी, व्यापार, रिश्तें, मित्रता, शत्रु आदि जीवन के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किए हैं। चाणक्य की नीतियों के जरिए कोई भी इंसान अपने जीवन को बेहतरीन बना सकता है। सिर्फ यही नहीं, आचार्य चाणक्य की नीतियां इतनी कारगर हैं आज भी व्यक्ति को किसी भी परेशानी या मुसीबत से निकलाने में मदद करती हैं। आचार्य ने इस ग्रंथ में जीवन की हर परिस्थिति का जिक्र किया है और उसको लेकर अपने अनुभव का निचोड़ सबके सामने रखा है। आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में चार स्थानों का जिक्र किया है जहां कभी भी नहीं रुकना चाहिए अन्यथा आपके जीवन पर हानि पहुंच सकती है।