अगर वास्तु शास्त्र की मानें तो वास्तु के नियम सिर्फ घर के अंदर ही नहीं घर के बाहर भी लागू होते हैं।वास्तु के सिद्धांत घर के पार्किंग एरिया पर भी लागू होते हैं। अक्सर देखा जाता है कि घर की बनावट और सजावट के लिए तो वास्तु सिद्धांतों का पालन किया जाता है, परन्तु पार्किंग एरिया पर ध्यान नहीं दिया जाता। आइए जानें, कैसा होना चाहिए आपके घर का पार्किंग या गैरेज?
किस दिशा में हो
आपको बता दें कि गलत दिशा में खड़ा हुआ वाहन आपकी परेशानी का कारण बन सकता है,वहीं सही दिशा में खड़ा हुआ वाहन आपकी सुख-समृद्धि में चार चांद भी लगा सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार पार्किंग स्थल भूखंड के आग्नेय (दक्षिण-पूर्व) या वायव्य (उत्तर-पश्चिम) कोण में होना चाहिए। वायव्य में वाहन पार्क करना सबसे श्रेष्ठ माना गया है। वायव्य के पश्चिम में गैरेज होने पर कार स्वामी की यात्राएं सुखद और सफल रहती हैं।
स्थिर रहना भी वास्तु दोष
जो गाड़ियां काफी दिनों तक खड़ी ही रहती हैं उनके मालिकों को मानसिक तनाव और धन हानि का सामना करना पड़ता है। वाहन वही शुभ रहता है जो कम से कम स्थिर यानी खड़े रहें। कई बार देखा गया है कि लोग शौक में वाहन तो खरीद लेते हैं लेकिन उस पर यात्रा बहुत कम कर पाते हैं, यह भी एक वास्तु दोष है।
इन बातों का रखें ध्यान
यदि गाड़ी खराब हो जाए तो उसे शीघ्र ही ठीक करवाकर रखनी चाहिए,अन्यथा ऐसी गाड़ी वास्तुदोष उत्पन्न करती है।
पार्किंग एरिया के फर्श का ढलान उत्तर दिशा की तरफ रखना चाहिए।
गैराज की दीवारों को रंगने के लिए सफेद, पीला या हल्के रंग शुभ माने गए हैं।
एक बात ध्यान रखने वाली है कि गैराज के सामने का रास्ता बिल्कुल साफ-सुथरा रखें ताकि कार बिना किसी रुकावट के आ-जा सके।
ध्यान रखना चाहिए कि गैरेज में गाड़ी खड़ी करने के बाद उसके चारों ओर जगह छूटनी चाहिए, ताकि व्यक्ति बिना किसी रुकावट के इसके चारों ओर पैदल घूम सके।