हिंदू धर्म में मोर पंख का विशेष महत्व है। वेद शास्त्रों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण को मोरपंख अति प्रिय है। इसी कारण उनके मुकुट में हमेशा मोरपंख लगा होता है। भगवान कृष्ण ही नहीं बल्कि भगवान गणेश, कार्तिकेय और इंद्रदेव को भी मोर पंख काफी प्रिय है। इसके साथ ही मोरपंख माता लक्ष्मी और सरस्वती जी से भी संबंधित है। वेद शास्त्रों में ही नहीं बल्कि वास्तु शास्त्र में भी घर में मोर पंख रखने के चमत्कारी फायदों के बारे में बताया गया है। वास्तु के अनुसार घर में मोर पंख रखने से धन धान्य की बढ़ोत्तरी के साथ कई तरह के दोषों से छुटकारा मिलता है। जानिए मोरपंख से संबंधित वास्तु शास्त्र के किन नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।
इस दिशा में रखें मोरपंख
वास्तु शास्त्र के अनुसार, आर्थिक स्थिति को मजबूत रखने के लिए मोर पंख को दक्षिण दिशा में तिजोरी के अंदर खड़े करके रखें। ऐसा करने से कभी भी धन की कमी नहीं होगी।
कुंडली से राहु दोष को कम करने के लिए मोरपंख को घर की पूर्व या फिर उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर रखना शुभ होगा।
बच्चों के कमरे में स्टडी टेबल के पास एक या दो मोरपंख लगाने से उनकी पढ़ाई और कला के क्षमता पर सुधार होगा। क्योंकि मोरपंख भगवान कार्तिकेय और ज्ञान की देवी सरस्वती से संबंधित है।
पारिवारिक कलह से छुटकारा पाने के लिए अपने लिविंग रूम की पूर्व में स्थित दीवार पर सात मोरपंखों का गुच्छा रखें। ऐसा करने से परिवार के सदस्यों के बीच मिठास बढ़ेगी और घर में सुख शांति रहेगी।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दांपत्य जीवन में खुशियां लाने के लिए भी मोरपंख का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए बेडरूम में 2 मोरपंख रख दें। इसे आप दीवार में भी लगा सकते हैं। इससे आपका रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत होगा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, भगवान कार्तिकेय का वाहन मोर है। ऐसे में मोरपंख को काफी शुभ माना जाता है। घर से निगेटिव एनर्जी बाहर करने के लिए घर में मोरपंख जरूर रखना चाहिए।
वास्तु दोष को भी दूर करेगा मोरपंख
घर से हर प्रकार के वास्तु दोष को दूर करने के लिए सोमवार के दिन 8 छोटे आकार के मोरपंख लेकर उन्हें एक साथ नीचे से बांध दें। इसके बाद ऊँ नम: शिवाय का जाप करते हुए इन्हें घर की उत्तर या फिर पूर्व दिशा के किसी कोने में लगा दें। बस इस बात का ध्यान रखें कि बाहर के लोगों की इसपर नजर जरूर पड़े।