ज्योतिष के अनुसार सूर्य का किसी ग्रह में प्रवेश करना संक्रांति कहलाता है।

सूर्य देवता हर महीने में किसी ना किसी ग्रह में प्रवेश करते हैं।

Update: 2022-09-12 17:17 GMT
सूर्य देवता हर महीने में किसी ना किसी ग्रह में प्रवेश करते हैं। ज्योतिष के अनुसार सूर्य देवता का किसी राशि में प्रवेश करना संक्रांति (Kanya Sankranti in Hindi) कहलाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान यदि व्यक्ति सूर्य देवता (surya dev) की पूजा करें, तो उसे विशेष फल की प्राप्ति हो सकती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल 17 सितंबर 2022 को सूर्य देवता सिंह राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश कर जाएंगे। कन्या राशि में प्रवेश करने को कन्या संक्रांति (Kanya Sankranti date 2022) कहा जाता है। इसलिए इस बार 17 सितंबर को ही कन्या संक्रांति मनाई जाएगी। यदि आप भी कन्या संक्रांति मनाते है, तो यहा आप इसकी तारीख (when is Kanya Sankranti in 2022), पूजा करने का शुभ मुहूर्त और महत्व जान सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव को ग्रहों का राजा माना जाता है। इसके अलावा इसे कुंडली का कीर्ति, यश, सेहत, सत्ता, सुख एवं स्वास्थ्य का कारक माना जाता हैं। मान्यताओं के अनुसार कन्या संक्रांति के दिन सूर्य देव को पानी में चंदन, अक्षत, लाल फूल डालकर अर्ध्य देने से नौकरी और व्यापार संबंधित समस्याओं से मुक्ति मिलती हैं। इतना ही नही कन्या संक्रांति के दिन पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पवित्र नदियों में स्नान करके श्राद्ध कर्म,तर्पण एवं पिंडदान करने का भी विधान है। हिन्दू शास्त्र के अनुसार 17 सितंबर को ही शस्त्रों का निर्माण करने वाले भगवान विश्वकर्मा का जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया जाता है।



न्यूज़ क्रेडिट :timesnowhindi
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