संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा पर सोमवार को सपा विधायक इकबाल महमूद ने आईएएनएस से बातचीत की। उन्होंने उनके बेटे के खिलाफ हुई एफआईआर पर प्रतिक्रिया दी।
सपा विधायक ने कहा कि वह लखनऊ से रविवार रात ही संभल लौटा हूं। इससे पहले मुझे सारी अपडेट मिल रही थी। गत 19 तारीख को सर्वेक्षण के बाद प्रशासन ने हमसे बात की थी और मेरे बेटे की सराहनीय भूमिका की प्रशंसा की थी। हालांकि, बाद में दोबारा सर्वे हुआ है। हमारी समझ में एक बात नहीं आ रही है कि यह क्या हुआ है। मैं न्यायालय का बहुत सम्मान करता हूं, लेकिन मेरा मानना है कि एक पक्ष की बात तो सुनी गई, लेकिन दूसरे पक्ष को अपना पक्ष रखने का उचित मौका नहीं दिया गया। हर किसी को अपनी बात कहने का मौका मिलना चाहिए। हम तो अदालत का सम्मान करते हैं। बाबरी मस्जिद को लेकर जब फैसला आया था पूरे देश ने सम्मान किया था, विरोध की एक आवाज नहीं उठी थी। लेकिन, यहां पर एक बार सर्वे हो गया था तो दोबारा क्यों हुआ। इसके लिए तो आदेश नहीं दिया गया था। यह चीज दोबारा होना लोगों को पसंद नहीं आया है।
उन्होंने अपने बेटे का नाम एफआईआर में होने पर कहा, "अगर मेरे बेटा इस हिंसा में शामिल है तो उसकी वीडियो फुटेज होगी, भड़काऊ भाषण होगा। कल के दिन में उसकी मौजूदगी हो। मैं समझता हूं कि यह सब जांच का विषय है। सच सामने आएगा। जिसने भी एफआईआर दर्ज कराई है इसकी जांच तो होगी। उच्च अधिकारी सब फुटेज देखेंगे और कहीं भी सोहेल नहीं दिखाई देगा तो वह एफआईआर से उसका नाम हटा देंगे।"
उन्होंने कहा कि किसी चैनल के माध्यम से उन्हें पता चला था कि उनके बेटे और संभल से सांसद का नाम एफआईआर में आया है।
इकबाल महमूद संभल हिंसा की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। लोग तो हिंसा का आरोप पुलिस पर लगा रहे हैं कि पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। गुस्से में लोगों ने पथराव कर दिया। गोलियां चलीं, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि वह जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं। उनका कोई विरोध नहीं है। विरोधी लोग भी हमारी बुराई नहीं कर सकते हैं। हमारे संबंध विरोधी लोगों से भी अच्छे हैं।