नई दिल्ली: भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने बुधवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री आतिशी पर निशाना साधते हुए कहा, "आतिशी बेवजह इस पर राजनीति कर रही हैं। जबकि सच्चाई यह है कि वह कभी शीश महल में रहने के लिए नहीं गईं।"
भाजपा सांसद ने कहा कि पहली बात यह है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी शीश महल में नहीं रह रही हैं। दूसरी बात यह है लोग उसे शीश महल कहते हैं। शीश महल को लेकर जांच पड़ताल चल रही है। अलग-अलग एजेंसी जांच कर रही है। सभी को पता है कि शीश महल पर अनाप-शनाप खर्च किया गया।
आतिशी को तो पीडब्ल्यूडी ने दो अन्य बंगले रहने के लिए ऑफर किए। लेकिन उन्हें तो इस पर मुद्दा बनाना है। आतिशी के आरोप निराधार हैं, उनकी बातों को कोई गंभीरता से नहीं लेता है। शीश महल को लेकर जांच हो रही है। आतिशी को तो सहयोग करना चाहिए।
शीश महल को राष्ट्रीय संग्रहालय घोषित करने को लेकर भाजपा सांसद ने कहा कि जब शीश महल में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रहते थे, तब मैंने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर शीश महल को दिखाने की मांग की थी। कई बार धरना दिया गया। तब तो केजरीवाल की सरकार ने हिम्मत नहीं दिखाई कि वह हमें शीश महल दिखाएं। आज आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद शीश महल दिखाने के लिए मीडिया कर्मी अपने साथ ले जाते हैं। संजय सिंह आक्रोश दिखा रहे हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि ज्यादा आक्रोश दिखाने की जरूरत नहीं है। दिल्ली की जनता इस विधानसभा चुनाव में हिसाब लेगी।
ईवीएम को लेकर चुनाव आयोग के बयान पर भाजपा सांसद ने कहा कि देश के लोग चुनाव आयोग पर विश्वास करते हैं। चुनाव आयोग ने बताया है कि जिस तरह से भारत में चुनाव आयोजित कराए जाते हैं, ऐसी मिसाल दूसरे देशों में देखने को नहीं मिलती है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के बयान का स्वागत करना चाहिए। उनके बयान पर सभी राजनीतिक पार्टियों को विश्वास करना चाहिए।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी द्वारा दिल्ली दंगे के आरोपी को टिकट दिए जाने पर उन्होंने कहा कि मैं इस पार्टी के बारे में नहीं जानता हूं। किसे टिकट दिया जा रहा है, कौन चुनाव लड़ेगा। यह उनकी पार्टी का मामला है, मैं इस पर बोलना ठीक नहीं समझता।