नवंबर में भारत का गोल्ड आयात 5 अरब डॉलर कम हुआ, व्यापार घाटे पर होगा असर
नई दिल्ली: सरकार ने नवंबर 2024 के लिए गोल्ड के आयात के अपने अनुमान को पिछले महीने घोषित 14.86 अरब डॉलर के प्रारंभिक अनुमान से घटाकर 9.84 अरब डॉलर कर दिया है। यह जानकारी वाणिज्य मंत्रालय के वाणिज्यिक इंटेलिजेंस और सांख्यिकी महानिदेशालय द्वारा संकलित आंकड़ों से बुधवार को मिली।
वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि नवंबर के गोल्ड आयात के अनुमान में 5 अरब डॉलर की कटौती का मतलब है कि देश के व्यापारिक घाटे में समान कटौती है। इससे व्यापक स्तर पर देश की अर्थव्यवस्था को सपोर्ट मिलेगा और रुपया मजबूत होगा।
नवंबर में गोल्ड के आयात को लेकर जारी किया गया संशोधित अनुमान वैल्यू के हिसाब से पिछले वर्ष जारी किए गए अनुमान से 34 प्रतिशत कम है।
सूत्रों के अनुसार, पहले घोषित उच्च आंकड़ा कार्यप्रणाली में बदलाव के बाद संरक्षकों द्वारा गोदामों में रखे गए गोल्ड को आयात के अनुमान में दो बार गिनने की गलती के कारण आया था। संरक्षकों द्वारा मुक्त व्यापार क्षेत्र के गोदामों में रखे गए आयातित गोल्ड को उन घरेलू बैंकों द्वारा बताए गए आयात में जोड़ दिया गया जो संरक्षकों से गोल्ड खरीदते हैं और इसका नतीजा यह हुआ कि एक ही खेप की गिनती दो बार हो गई जिससे अनुमान अधिक हो गया।
जुलाई 2024 में केंद्रीय बजट के दौरान आयात शुल्क कटौती के बाद गोल्ड के आयात में वृद्धि हुई है, लेकिन नवंबर के दौरान शिपमेंट में भारी उछाल ने बाजार विश्लेषकों को हैरान कर दिया है। यह पिछले वर्ष के इसी अवधि के आंकड़े 3.4 अरब डॉलर के की तुलना में चार गुना से अधिक था, जिसे असंभव माना गया था।
इसके परिणामस्वरूप भारत का व्यापार घाटा 37.8 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड का उपभोक्ता है और इस मांग को मुख्य रूप से आयात से पूरा किया जाता है।