जयपुर: राजस्थान में इस साल डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। इस साल डेंगू के कारण छह लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में 14 साल का लड़का भी शामिल है। 14 साल के गिरिराज को चार दिन पहले अलवर के एक अस्पताल में तेज बुखार के साथ भर्ती कराया गया था। मरीज में डेंगू की पुष्टि की गई। हालांकि, दो दिन के उपचार के बाद उसकी हालत में सुधार हुआ और रविवार को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
वहीं, सोमवार को मरीज की हालत फिर बिगड़ गई और अलवर अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। जानकारी मिली है कि डेंगू से मरने वाला गिरिराज अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। अब तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में डेंगू से छह लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें एक आरएएस अधिकारी, एक डॉक्टर, एक नर्सिंग छात्रा और एक व्यापारी शामिल हैं।
उदयपुर में आरएएस अधिकारी तारू सुराणा की करीब 17 दिन तक डेंगू का इलाज चलने के बाद 5 अक्टूबर को मौत हो गई। दौसा जिले के सरकारी अस्पताल में तैनात डॉ. ज्योति मीना में 24 सितंबर को डेंगू के लक्षण दिखे। 25 सितंबर को उनकी प्लेटलेट्स मात्र 12,000 रह गई और उसी दिन उनकी मौत हो गई।
पाली के एक व्यापारी और कोटा में एएनएम की ट्रेनिंग कर रही छात्रा को भी बुखार आया और फिर जांच में वह डेंगू पॉजिटिव पाए गए। धीरे-धीरे उनकी तबीयत बिगड़ती गई और उनकी मौत हो गई। झुंझुनूं के बिसाऊ के वार्ड 12 निवासी खेरूनिशा (36) को 4 अक्टूबर को चूरू के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला को तेज बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द और डिहाइड्रेशन की शिकायत थी। वह भी डेंगू पॉजिटिव पाई गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।