धौलपुर: राजस्थान में पशुओं के उपचार के लिए 1962 मोबाइल वेटरनरी यूनिटों की शुरुआत की गई। इसके अंतर्गत धौलपुर के प्रत्येक तहसील में एक-एक वैन गई है, जिसको लेकर पशुपालक अनुराग मुद्गल ने पीएम मोदी का आभार प्रकट किया है।
दरअसल, 'खुशहाल पशुपालक और समृद्ध राजस्थान' के तहत 'केंद्रीय प्रवर्तित योजना' मोबाइल पशु चिकित्सा सेवा के लिए 9 अक्टूबर को पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत और राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने आगरा रोड स्थित राज्य पशुधन प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान जयपुर में कॉल सेंटर का लोकार्पण किया।
बता दें कि फिलहाल प्रदेश में 536 मोबाइल वेटरनरी यूनिट संचालित हैं। इस योजना के तहत पशुपालक अपने बीमार पशु के उपचार के लिए 1962 पर कॉल करेगा। उसके बाद मोबाइल पशु चिकित्सा सेवा की वैन उसके घर पर उपचार करने के लिए पहुंचेगी।
पशुपालक अनुराग मुद्गल ने बताया केंद्र सरकार द्वारा बहुत अच्छी पहल शुरू की गई है। मोबाइल सेंटर के नाम से इसको चालू किया गया है। इसके अंतर्गत अगर कोई भी पशु बीमार होते हैं और उनको दिक्कत होती है तो वहां मोबाइल सेंटर की टीम जाएगी, जिसमें डॉक्टरों की टीम, कंपाउंडर और पुरुष नर्स होगा। दवाई और कई सारी सुविधाएं होंगी।
उन्होंने इसे मोदी सरकार की बहुत अच्छी पहल बताया है। कई गांव के लोग जिनके पशु बीमार पड़ जाते थे, उनको दूर ले जाकर नहीं दिखा पाते थे। ऐसे में वो लोग भी कॉल करके मोबाइल सेंटर के माध्यम से अपने पशुओं को दिखा पाएंगे। इसका नंबर 1962 रखा गया है।
अनुराग मुद्गल ने राज्य और केंद्र की 'डबल इंजन' सरकार को धन्यवाद देते हुए पशुओं के लिए मोबाइल सेंटर चलाने के कार्य की सराहना की है। उन्होंने बताया कि इस योजना से लोगों को बहुत राहत मिलेगी। धौलपुर के सभी तहसीलों में इस योजना से जुड़ी एक-एक वैन गई है।