मुंबई: ईवीएम के खिलाफ महाराष्ट्र कांग्रेस हस्ताक्षर अभियान शुरू करने जा रही है। इस अभियान को कांग्रेस गांवों तक ले जाएगी।
कांग्रेस नेता अमित देशमुख ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि लोकसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की, लेकिन विधानसभा चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले थे। अब भी, यह विश्वास करना मुश्किल है कि महा विकास अघाड़ी के लिए ऐसे परिणाम आए। मतदाताओं ने इस पर संदेह जताया है। यहां तक कि जो उम्मीदवार नहीं जीते, उन्होंने भी इस पर सवाल उठाए हैं और जो जीते हैं, उन्होंने भी सवाल उठाए हैं। पार्टियों ने चिंता जताई है।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हो सकता है। शक जो पैदा हुआ है उसे चुनाव आयोग को दूर करना चाहिए। ईवीएम को लेकर हस्ताक्षर अभियान महाराष्ट्र में चलेगा। शायद देश में भी चलाया जाए। 'इंडिया' ब्लॉक बैलेट पेपर के समर्थन में है। बैलेट पेपर से चुनाव हो तो शक की गुंजाइश नहीं होगी। ईवीएम से छेड़छाड़ हो सकती है। सिर्फ भारत ही नहीं दूसरे देशों में इसके उदाहरण हैं।"
सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम पर दायर एक याचिका खारिज करते हुए कहा था कि जब हारते हैं तभी ईवीएम गलत होती है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि झारखंड में 'इंडिया' ब्लॉक चुनाव जीता है, हम वहां भी कह रहे हैं कि वहां पर बैलेट पेपर से चुनाव होना चाहिए। महाराष्ट्र में हारे हैं तो हम बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हो पा रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि महायुति "एक हैं तो सेफ है" नारा लेकर चली थी। बहुमत मिलने के बाद वे एक नहीं हैं। आने वाले दिनों में वे सेफ भी नहीं रहेंगे।
बैलेट पेपर चुनाव के लिए हस्ताक्षर अभियान पर कांग्रेस नेता नसीम खान ने कहा है कि महाराष्ट्र में जिस तरह से शिकायतें सामने आ रही हैं, लोग चाहते हैं कि चुनाव बैलेट पेपर से हों। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्पष्ट रूप से कहा है कि चुनाव बैलेट पेपर से होने चाहिए। यह लोगों की भावना को दर्शाता है, क्योंकि हर विधानसभा से शिकायतें आई हैं।