भोपाल: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने थाने परिसर के अंदर सुंदरकांड करवाने को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि हम थाने एफआईआर करवाने गए थे, लेकिन वहां पर सुंदरकांड का पाठ किया जा रहा था। मैं भी 10 साल सीएम रहा, लेकिन यह नियम नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस अधिकारी बता रहे थे कि सुंदरकांड का पाठ का आयोजन किया गया है। एक आम व्यक्ति का जन्मदिन था, उसी उपलक्ष्य में पाठ किया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि अगर कमिश्नर साहब ने कहा कि यह नियम के तहत है तो कांग्रेस पार्टी भोपाल के सभी थानों में आवेदन देने वाली है। हमारे भी कार्यकर्ताओं का जब-जब जन्मदिन आएगा, तब-तब उनका जन्मदिन हम थानों में भी मनाएंगे। बकरीद-ईद के साथ तमाम त्योहारों का आयोजन हम थानों में करेंगे। थाने के अंदर सुंदरकांड पाठ करना नियमों का उल्लंघन है। इसकी इजाजत किसने दी, उसका नाम स्पष्ट होना चाहिए।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि अगर आप लोगों को कुछ सीखना है तो आरएसएस से सीखो, जो कि हमारे मुख्य विरोधी हैं, लेकिन वो माइंड गेम खेलते हैं।
उन्होंने कहा कि आरएसएस वाले ना कभी आंदोलन करेंगे, ना कभी प्रदर्शन करेंगे, ना कभी डंडे खाएंगे और ना ही कभी जेल जाएंगे। लेकिन, हम लोगों को जरूर जेल भिजवाएंगे। उनसे कुछ सीखते हुए संकल्प लेना चाहिए। यदि आप उनसे लड़ना चाहते हैं, तो उन्हें उनके ही खेल में हराएं, वो भी शारीरिक रूप से नहीं बल्कि बौद्धिक रूप से उन्हें हराना होगा।