रोम: इटली के पास समुद्र में दो जहाज डूब गए, जिसमें कम से कम 11 प्रवासियों की मौत हो गई, जबकि 66 अन्य लापता हैं। सिन्हुआ न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवासी नावों में कुछ खराबी आने के कुछ घंटों बाद सोमवार देर रात तक भूमध्य सागर में इटली के कोस्ट गार्ड ने खोज और बचाव अभियान जारी रखा।
दक्षिणी इटली में कैलाब्रिया के तट से लगभग 120 मील (193 किमी) दूर संकट में फंसी नाव को देखकर एक मर्चेंट शिप ने सबसे पहले एसओएस कॉल किया, जिसके बाद बचाव अभियान चलाया गया। मर्चेंट शिप ने 12 लोगों को बचाया और इटली के कोस्ट गार्ड जहाज के आने तक उनकी सहायता की। कोस्ट गार्ड के अनुसार, एक महिला की जहाज से उतरने के तुरंत बाद मौत हो गई, वो बहुत बीमार थी।
कोस्ट गार्ड ने एक बयान में कहा, "नाव के डूबने के बाद बचे लोगों की तलाश जारी है।" कोस्ट गार्ड ने बताया कि दो इतालवी गश्ती नौकाएं और एक एटीआर42 विमान खोज में शामिल हैं और जल्द ही मेडिकल टीमों के साथ एक और गश्ती जहाज खोज अभियान में शामिल हो जाएगा। सोमवार देर शाम तक कोई और जीवित नहीं मिला।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, जिन 66 लोगों के मरने की आशंका है, उनमें 26 नाबालिग हैं। जीवित बचे लोगों के बयान के अनुसार, यह नाव पिछले सप्ताह तुर्की से रवाना हुई थी, जिसमें इराक, सीरिया, ईरान और अफगानिस्तान से प्रवासी और शरणार्थी सवार थे।
इतालवी अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। नाव भूमध्य सागर के रास्ते यूरोप पहुंचने की कोशिश कर रही थी। इससे पहले एक घटना में, जर्मन सहायता समूह रेस्कशिप के साथ एक बचाव जहाज ने 10 प्रवासियों को मृत पाया था और इटली के सबसे दक्षिणी द्वीप लैम्पेडुसा से दूर माल्टा के पास संकट में फंसी एक नाव पर सवार 51 अन्य लोगों को बचाने में कामयाब रहा।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, बचे हुए लोग मुख्य रूप से बांग्लादेश, पाकिस्तान, मिस्र और सीरिया से थे। इतालवी गृह मंत्रालय ने जहाज को लैम्पेडुसा में डॉक करने का आदेश दिया था।
भूमध्य सागर के माध्यम से नाव से यात्रा करने वाले प्रवासियों को मौसम की स्थिति और खराब गुणवत्ता वाले जहाजों के कारण इस तरह की खतरनाक परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन के अनुसार, इस वर्ष अब तक भूमध्य सागर को पार करते हुए लगभग एक हजार लोग मारे गए हैं या लापता हो गए हैं। 2023 में 3,155 लोग लापता हो गए थे।