यूपी के कानपुर में जीका वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है. पिछले 24 घंटे में तो 6 नए मामले सामने आ गए हैं. लगातार बढ़ रहे मामलों ने प्रशासन की रातों की नींद उड़ा दी है और अब सचिव द्वारा आपात बैठक भी बुलाई गई है.
कानपुर में जीका का खतरा बढ़ा
चिंता की बात ये भी है कि कानपुर के चकेरी क्षेत्र में ये मामले सामने आ रहे हैं. यहां पर जीका का प्रसार काफी तेजी से हुआ है. पिछले 24 घंटे की बात करें तो 6 मरीजों में से चार महिलाएं जीका का शिकार हुई हैं. अभी के लिए सभी मरीजों को या तो एयरफोर्स अस्पताल में भर्ती करवाया जा रहा है या फिर उन्हें काशीराम के अस्पताल में एडमिट किया जा रहा है.
संचारी रोग विभाग के डायरेक्टर मेजर जीएस बाजपेई बताते हैं कि शहर में 22 तारीख को पहला जीका मरीज मिला था. अब ये आंकड़ा 10 तक जा पहुंचा है. मरीजों को एयरफोर्स हॉस्पिटल और काशीराम में भर्ती कराया गया है. काशीराम में मरीजों के लिए एक वार्ड बनाया गया है जिसमें मच्छर दानी के अंदर मरीजों को रखा जा रहा है. सभी लोगों से भी अपील की गई है कि वे अपने घर में पानी को कही पर भी इकट्ठा ना होने दें.
कुल 10 मामले सामने आ गए
बाजपेई ने जोर देकर कहा है कि किसी को भी पैनिक करने की जरूरत नहीं है और सभी मरीजों की स्थिति ठीक है. उनकी नजरों में अलग लोगों का पूरा सहयोग मिलेगा तो जीका पर भी काबू पा लिया जाएगा. वैसे अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो 10 जीका मरीजों में भी 3 तो एयरफोर्स कर्मी हैं, वहीं बाकी बचे सात सिविलियन हैं.
अब क्योंकि मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में बेड बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है. इसी कड़ी में काशीराम में जीका मरीजों के लिए एक अलग वार्ड बना दिया गया है. जीका वायरस की बात करें तो ये भी मच्छर के जरिए फैलता है. कई लक्ष्ण भी डेंगू जैसे ही रहते हैं, लेकिन ये ज्यादा घातक और जानलेवा साबित होता है. बुखार आना, शरीर पर चकत्ते पड़ना और जोड़ों में दर्द कुछ कॉमन लक्षण हैं जो जीका वायरस से संक्रमित इंसान देखे जा सकते हैं.