Kondagaon. कोण्डागांव। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती और लगातार चल रहे अभियानों का असर अब साफ दिखने लगा है। आईटीबीपी के जवानों को फरसगांव में एक नक्सल स्मारक मिला, जिसे जवानों ने ध्वस्त किया। सामरिक क्षेत्रीय मुख्यालय (भुवनेश्वर) के अधीन कोण्डागांव जिला में पदस्थ आईटीबीपी 41वीं वाहिनी की नारायणपुर कोडलियार सीओबी से 10 फरवरी को एक एरिया डोमिनेशन पेट्रोलिंग टीम सुबह निकली, जो फरसगांव तक गई। इस अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को फरसगांव में एक नक्सल स्मारक दिखाई दिया।
स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ करने पर पता चला कि इस स्थान पर कभी नक्सलियों का प्रशिक्षण शिविर संचालित होता था। लेकिन आईटीबीपी के कोडलियार और कुतुल में नए कैंप स्थापित होने के बाद सुरक्षा बलों की बढ़ती गतिविधियों और दबाव के चलते नक्सली इस इलाके को छोडक़र भाग गए हैं। आईटीबीपी के बढ़ते दबाव से नक्सलियों की गतिविधियों में गिरावट आई है, जिससे स्थानीय ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है। डीआईजी, क्षेत्रीय मुख्यालय (भुवनेश्वर) के मार्गदर्शन और आईटीबीपी 41वीं वाहिनी सेनानी के कुशल नेतृत्व में जवान लगातार गश्त कर रहे हैं, जिससे नक्सलियों पर दबाव बना हुआ है। सुरक्षा बलों की सक्रियता और बढ़ी हुई उपस्थिति के चलते क्षेत्र में शांति और स्थिरता लौटने की उम्मीद बढ़ गई है।