जब शादी समारोह में कलेक्टर की हुई एंट्री, तहसीलदार और कई अधिकारी भी थे मौजूद, आयोजकों पर दर्ज हुई FIR, लेकिन क्यों?

दूल्हे के पिता, रिसॉर्ट मालिकों, डीजे और कैटरर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई.

Update: 2021-02-22 07:43 GMT

महाराष्ट्र के कई जिलों में बढ़ रहे कोरोना केस के मद्देनजर प्रशासन ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. पालघर जिले के कलेक्टर ने रविवार को तीन शादी समारोह में औचक निरीक्षण किया. खास बात है कि कलेक्टर ने पाया कि हर शादी समारोह में 500 से अधिक लोग मौजूद थे. इसके बाद कलेक्टर ने शादी समारोह के आयोजकों पर केस दर्ज किया गया है.

पालघर जिले के कलेक्टर ने उप-मंडल अधिकारी और तहसीलदार के साथ सतपति, शिरगांव जलदेवी रिज़ॉर्ट और उमरोली बिरगांव के तीन विवाह स्थलों का औचक निरीक्षण किया. रविवार शाम को किए गए औचक निरीक्षण के दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पाया कि प्रत्येक विवाह स्थल पर पांच सौ से अधिक लोग मौजूद थे.
महाराष्ट्र सरकार ने शादी समारोह में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने पर रोक लगाई है. इसी क्रम में पालघर जिला कलेक्टर माणिक गुरसाल ने डिप्टी कलेक्टर किरण महाजन और तहसीलदार सुनील शिंदे के साथ तीन स्थानों पर औचक निरीक्षण किया. तीन विवाह स्थलों पर कोरोना प्रोटोकॉल की अनदेखी के बाद दूल्हे के पिता, रिसॉर्ट मालिकों, डीजे और कैटरर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई.
तीनों दूल्हों के पिता को रिसोर्ट मालिकों, कैटरर्स के साथ सतपति और बोईसर पुलिस थानों में ले जाया गया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया. आरोपी व्यक्तियों पर आपदा प्रबंधन और महामारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं और आईपीसी की धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

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