ग्रामीणों ने सरपंच के आरोप को बताया बेबुनियाद, एपीओ आदेश रद्द करने की मांग
जालोर। जालोर जिले के चितलवाना पंचायत समिति के गोमी ग्राम पंचायत में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी विमला विश्नोई के समर्थन में सैंकडों ग्रामीण मंगलवार को सांचौर पहुंचे और वीडीओ पर लगाए आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में बताया कि ग्राम पंचायत गोमी में सरपंच मोरीदेवी पत्नी मोहनलाल पुरोहित है, लेकिन सरकारी कार्यों में इनका पुत्र भरत कुमार हस्तक्षेप करके बाधा उत्पन्न करता है। पिछले दो महीनों से ग्राम पंचायत भवन के ताला लगाकर रखा है। जिसके कारण सरकारी कार्य बाधित हो रहा हैं। इस बात को लेकर सरपंच को अवगत करवाया तो सरपंच में अपने बेटे को जान से मारने की धमकी का झूठा आरोप लगा दिया।
उन्होंने बताया कि ग्राम हिण्डवाडा में नर्मदा नहर से की सांगडवा माईनर से जगाराम पुत्र मनजीराम पुरोहित निवासी हिडवाडा के पर एक निजी पानी के टांके तक स्वयं को भामाशाह बताकर अपने निजी फण्ड से व्यक्तिगत पेजयल पाईप लाईन 2021 में ग्राम पंचायत की बिना स्वीकृति निजी हित के लिए बिछाई थी। अब उसका भुगतान मांगा और वीडीओ ने गलत भुगतान करने से मना किया तो अनर्गल आरोप लगा कर वीडीओ की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करके कार्रवाई की जाए। इस दौरान वीडीओ का एपीओ ऑर्डर निरस्त करके इसी ग्राम पंचायत में रखने की मांग की गई। इस दौरान सिवाड़ा के पूर्व सरपंच हरिकिशन बिश्नोई, भाटी राम गोदारा, दीपाराम, हरी राम गोमी, पांचाराम, आसू राम बिश्नोई, सुरेंद्र बिश्नोई, पंचायत समिति सदस्य सुरेंद्र, पूनम चंद बिश्नोई सहित अन्य मौजूद रहे।