उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और CM योगी आदित्यनाथ ने देखा लेजर शो, VIDEO...

Update: 2024-11-15 16:31 GMT
Varanasi वाराणसी। देव दीपावली के पावन अवसर पर काशी के घाटों पर दीपों की अविरल शृंखला ने पूरी दुनिया को आकर्षित कर दिया। क्षितिज में भगवान सूर्य जैसे ही अस्ताचल हुए, संपूर्ण विश्व के नाथ बाबा विश्वेश्वर की नगरी काशी दीपों की रोशनी से नहा उठी। उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर श्रृंखलाबद्ध दीपों ने अद्वितीय अलौकिक दृश्य प्रस्तुत किया। देव दीपावली का पहला दीप नमो घाट पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करकमलों से प्रज्वलित हुआ। इस दौरान नमो घाट पर भव्य आतिशबाजी भी हुई।
इसके उपरांत उपराष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित अन्य मेहमानों ने क्रूज़ पर सवार होकर मां गंगा की महाआरती का दर्शन किया। इस दौरान नौका विहार करते समय पर्यटक भी अपने सीएम योगी सहित अन्य गणमान्य हस्तियों को पाकर खुशी से झूम उठे और हर-हर महादेव एवं जय श्रीराम के उद्घोष से उनका स्वागत किया। उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री समेत क्रूज़ पर सवार सभी गणमान्य लोगो ने हाथ हिलाकर और हाथ जोड़कर पर्यटकों का अभिवादन स्वीकार किया। वहीं चेत सिंह घाट पर 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग, लेजर शो और गंगा पार रेत पर आतिशबाजी के भव्य दृश्य ने उपस्थित सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभी घाटों पर शंखनाद, घण्ट-घड़ियालों की ध्वनि में भव्य महाआरतिआं काशी की धरती पर देवताओं का स्वागत करती दिखीं।
काशी में इस बार की देव दीपावली अद्भुत नजारों से भरी रही। गंगा के घाटों पर लाखों दीपों की रौशनी ने आस्था और भक्ति का अनुपम संगम प्रस्तुत किया तो वहीं विशेष आकर्षण का केंद्र बना पांडेय घाट, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रसिद्ध नारा ‘बटोगे तो कटोगे’ 51 हजार दीपों से उकेरा गया। पांडेय घाट पर जलाए गए इन दीपों ने लोगों का ध्यान खींचा और चर्चाओं का विषय बन गया। लोगों ने इस कला के माध्यम से मुख्यमंत्री के संदेश की प्रशंसा की वहीं घाटों पर उमड़े श्रद्धालुओं ने इस अद्भुत दृश्य को कैमरों में कैद कर अपने अनुभव साझा किए।
दशाश्वमेध घाट पर आयोजित महाआरती में धर्म के साथ-साथ राष्ट्रवाद का संदेश भी दिया गया। अमर जवान ज्योति की अनुकृति पर वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस वर्ष महाआरती कारगिल युद्ध के शहीदों को समर्पित रही और ‘भगीरथ शौर्य सम्मान’ के तहत वीर योद्धाओं को सम्मानित किया गया। 21 अर्चक व 42 देव कन्याओं रिद्धि सिद्धि के रूप में दशाश्वमेध घाट पर महाआरती की। शहर के छह प्रमुख स्थानों पर लगी एलईडी स्क्रीन पर दशाश्वमेध घाट की देव दीपावली की महाआरती का सजीव प्रसारण किया गया।
Tags:    

Similar News

-->