वाराणसी में दुरुस्त होगी ऑक्सीजन सप्लाई, जुलाई के आखिर मे सरकारी अस्पतालों में लगेंगे प्लांट
वाराणसी के लगभग सभी प्रमुख सरकारी अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में जुलाई अंत तक ऑक्सीजन प्लांट लग जाएंगे
वाराणसी (Varanasi) के लगभग सभी प्रमुख सरकारी अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में जुलाई अंत तक ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plants) लग जाएंगे. जिनके पास अब तक अपने खुद के मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट नहीं थे, जल्द ही विभिन्न संगठनों के कॉर्पोरेट जिम्मेदारी (सीएसआर) फंड की मदद से यहां ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे.
डीविजनल कमीश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि राज्य में चालू ऑक्सीजन प्लांट में से सबसे ज्यादा वाराणसी के अस्पतालों में लगे हैं. जिले के सात प्रमुख सरकारी अस्पताल पहले ही ऑक्सीजन प्लांट से लैस हो चुके हैं, जबकि नौ सीएचसी के पास जुलाई के अंत तक अपने प्लांट होंगे. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी जरूरतमंद मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी क्योंकि वे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से लैस हैं.
डीडीयू जिला अस्पताल में लगा पहला ऑक्सीजन प्लांट
वहीं जिला मजिस्ट्रेट कौशल राज शर्मा ने कहा कि अप्रैल में कोविड -19 की दूसरी लहर आने से पहले सरकारी अस्पतालों में 900 से अधिक बेड ऑक्सीजन स्पलाई से लैस थे. लेकिन पूरी आपूर्ति निजी क्षेत्र में कुछ इकाइयों में रिफिल किए गए सिलेंडरों पर निर्भर थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 अप्रैल को पीएम केयर्स फंड से हर जिले में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की घोषणा की थी. घोषणा के एक हफ्ते से भी कम समय में डीडीयू जिला अस्पताल में 30 अप्रैल को 613 एलपीएम का पहला ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया.
कुछ अस्पतालों को मिलेंगे डबल ऑक्सीजन प्लांट
डीडीयू जिला अस्पताल में दूसरा 500 एलपीएम का प्लांट सोमवार से चालू किया गया है. शर्मा ने कहा कि डीडीयू जिला अस्पताल, एसपीजी मंडल अस्पताल, ईएसआईसी अस्पताल और एलबीएस अस्पताल जैसे कुछ अस्पतालों को डबल ऑक्सीजन प्लांट मिल रहे हैं. उन्होंने कहा, "अब तक प्रस्तावित सभी ऑक्सीजन प्लांट जुलाई के अंत तक चालू हो जाएंगे, जिसके बाद इन सरकारी अस्पतालों में 1,000 से अधिक ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध हो जाएंगे.