वैक्सीनेशन अभियान महत्वपूर्ण है, प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा
पॉल ने कहा "घरेलू रूप से उत्पादित टीकों का 75 प्रतिशत केंद्र द्वारा खरीदा जाएगा और कार्यान्वयन के लिए राज्य को मुफ्त में वितरित किया जाएगा. लेकिन 25 प्रतिशत वैक्सीन प्राइवेट सेक्टर को खरीदना होगा."
.जनता से रिश्ता वेबडेस्क। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को एक ब्रीफिंग में कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण हो इसके लिए प्रइवेट सेक्टर की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है. नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ वीके पॉल ने ब्रीफिंग में कहा कि कोविड-19 टीकों की प्राइवेट सेक्टर की खरीद भी एक व्यवस्थित प्रक्रिया होगी और 21 जून को केंद्र का नया टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने पर राज्य सरकारें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.
पॉल ने कहा "घरेलू रूप से उत्पादित टीकों का 75 प्रतिशत केंद्र द्वारा खरीदा जाएगा और कार्यान्वयन के लिए राज्य को मुफ्त में वितरित किया जाएगा. लेकिन 25 प्रतिशत वैक्सीन प्राइवेट सेक्टर को खरीदना होगा. वहीं उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने अपने राज्यों में वैक्सीन की मांग और प्राइवेट सेक्टरों की टीका खरीदने की क्षमताओं को देखें और डाटा केंद्र के साथ साझा करें.
प्राइवेट क्षेत्र में भी टीकों का व्यवस्थित सप्लाई किया जाएगा
उन्होंने कहा, " प्राइवेट क्षेत्र में भी टीकों का व्यवस्थित सप्लाई किया जाएगा. मुझे उम्मीद है कि इस तरह वैक्सीनेशन अभियान में प्राइवेट क्षेत्र की भागीदारी में इस अभियान में काफी ऊर्जा आएगी और राज्यों में वैक्सीनेशन सेंटरों में भी वृद्धि होगी." उन्होंने कहा इस बीच राज्य की जिम्मेदारी होगी कि वो वैक्सीन की जरूरत की जानकारी एकत्र करें और टीकाकरण के प्रसार को सुनिश्चित करके एक सुविधाजनक भूमिका निभाएं.
प्राइवेट सेक्टर के जुड़ने से ज्यादा से ज्यादा लोग होंगे वैक्सीनेट
उन्होंने कहा कि अभियान में प्राइवेट सेक्टर के जुड़ने से हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट कर पाएंगे. यह कदम टीकाकरण कार्यक्रम की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है और हम इसे महत्व देते हैं. वर्तमान दिशानिर्देशों में, इस प्रणाली को एक साझेदारी के रूप में सुव्यवस्थित किया गया है जिसमें राज्य सरकारें एकत्रीकरण की एक सुविधाजनक भूमिका निभाती हैं.