पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर शक्ति स्थल पर दी गई श्रद्धांजलि

Update: 2024-11-19 03:10 GMT

दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी जयंती पर शक्ति स्थल पर श्रद्धांजलि दी।

भारत के इतिहास में 31 अक्टूबर की तारीख देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के दिन के तौर पर दर्ज है। अपने फौलादी इरादों के लिए विख्यात और बड़े से बड़ा फैसला बेखौफ लेने वाली देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 31 अक्टूबर की सुबह उनके सिख अंगरक्षकों ने हत्या कर दी थी। इंदिरा गांधी ने 1966 से 1977 के बीच लगातार तीन बार देश की बागडोर संभाली और उसके बाद 1980 में दोबारा इस पद पर पहुंचीं और 31 अक्टूबर 1984 को पद पर रहते हुए ही उनकी हत्या कर दी गई। भारत की महिला प्रधानमंत्री और देश की आयरन लेडी कही जाने वाली इंदिरा गांधी की आज यानी 31 अक्टूबर 2024 को 40वीं पुण्यतिथि है। 

देश की तेज तर्रार महिला जिसकी आवाज की गूंज से ही दुश्मन भारत की ओर देखने से ही खौफ खा जाते थे। उनकी अचानक हुई मौत से देश को एक बड़ा झटका लगा था। कहा जाता है कि इंदिरा गांधी को अपनी मौत का अभास पहले ही हो गया था। इसलिए अपनी मौत से एक दिन पहले ही इंदिरा गांधी ने अपना भाषण बदल दिया था और जनता के सामने ऐसा कुछ कह दिया, जिसे सुनकर सब हैरान हो गए थे। यहां तक कि मौत से पहले की इंदिरा गांधी ने जागकर काटी थी उस समय बहू सोनिया उनके साथ थीं। इंदिरा ने कहा कि- “मैं आज यहां हूं, कल शायद यहां न रहूं…जब मैं मरुंगी तो मेरे खून का एक-एक कतरा भारत को मजबूत करने में लगेगा”। इंदिरा द्वारा कही गई ये लाइन जैसे बिजली की तरह लगी। उनका भाषण में अपनी मौत का जिक्र करना मानो ऐसा लग रहा था कि जैसे वो खुद लोगों को बता रही हैं कि ये उनकी आखिरी मुलाकात है।

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